Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान देकर सभी को चौंका दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वे बिहार में INDIA गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने को तैयार हैं। हालांकि INDIA गठबंधन की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, जिससे राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
ओवैसी का बयान
ओवैसी का मानना है कि अगर बिहार में एनडीए को सत्ता से बाहर रखना है, तो सभी विपक्षी दलों को एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि INDIA गठबंधन का उद्देश्य भी यही है कि बीजेपी और एनडीए को सत्ता में वापसी से रोका जाए। ऐसे में AIMIM भी उसी दिशा में काम करना चाहता है। अब यह फैसला INDIA गठबंधन के नेताओं को करना है कि वे AIMIM के इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं या नहीं।
गठबंधन नेताओं के जवाब का इंतजार
ओवैसी ने यह भी खुलासा किया कि AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पहले ही महागठबंधन के कुछ नेताओं से इस बारे में बातचीत की है। इन नेताओं ने माना है कि वे भी बीजेपी की वापसी नहीं चाहते। ओवैसी ने कहा कि अब यह फैसला उन्हीं राजनीतिक दलों को लेना है कि वे AIMIM के साथ मंच साझा करेंगे या नहीं।
“पिछली बार नाकाम रहा प्रयास, इस बार मिलकर लड़ना चाहते हैं चुनाव”
ओवैसी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर गठबंधन में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए। इस बार भी प्रदेश अध्यक्ष पूरी कोशिश कर रहे हैं कि विपक्षी ताकतें एक हो सकें। लेकिन अंतिम निर्णय अब भी महागठबंधन पर ही निर्भर करता है।
AIMIM प्रमुख ने कहा कि यदि इस बार भी गठबंधन का प्रस्ताव ठुकरा दिया गया, तो वे सीमांचल के साथ-साथ अन्य इलाकों से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन सही समय आने पर पूरी रणनीति सार्वजनिक की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान का बयान
प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने भी अपने बयान में कहा कि महागठबंधन में शामिल कुछ दलों ने पहले AIMIM को कमजोर करने की कोशिश की थी। फिर भी AIMIM उनके साथ खड़ा है क्योंकि मुख्य उद्देश्य बीजेपी को रोकना है। उन्होंने कहा कि अब फैसला INDIA गठबंधन को करना है कि वे साथ चलना चाहते हैं या नहीं।
ओवैसी के लिए जगह तलाशना चुनौतीपूर्ण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार में सीधी लड़ाई एनडीए और INDIA गठबंधन के बीच है। एक ओर नीतीश कुमार एनडीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं, तो दूसरी ओर तेजस्वी यादव INDIA गठबंधन की ओर से चुनौती दे रहे हैं। ऐसे में ओवैसी को अपने लिए चुनावी जगह बनाना आसान नहीं होगा।
AIMIM और ओवैसी ने बिहार की राजनीति में फिर से एंट्री लेने की तैयारी कर ली है। अब देखना दिलचस्प होगा कि INDIA गठबंधन AIMIM को अपने साथ शामिल करता है या नहीं। इस फैसले से बिहार चुनाव की दिशा और समीकरण दोनों बदल सकते हैं।
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