Bihar News: बिहार में इस साल के अंत में होने वाले चुनावों से पहले राजधानी पटना में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे है. अपराधियों के बीच अब प्रशासन की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही है. लगातार हो रही हत्याओं और बढ़ते अपराधों के बावजूद प्रशासन की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार की देर रात एक और सनसनीखेज वारदात ने शहर को दहला दिया, जब रामकृष्णा नगर छाना क्षेत्र में एक व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
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तृष्णा मार्ट के मालिक विक्रम झा की हत्या
आपको बता दे कि, यह दिल दहला देने वाली घटना पटना के पूर्वी अशोक चक इलाके की है, जहां तृष्णा मार्ट के मालिक विक्रम झा को अपराधियों ने गोली मार दी. बताया जा रहा है कि विक्रम झा मूल रूप से दरभंगा के रहने वाले थे और लंबे समय से पटना में व्यवसाय कर रहे थे. घटना के वक्त वे अपनी दुकान में बैठे हुए थे, तभी बाइक सवार दो अपराधी वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे.
अस्पताल ले जाते वक्त हुई मौत
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विक्रम झा को गोली लगते ही स्थानीय लोग उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश करने लगे, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. घटना के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई और दहशत का माहौल बन गया। आसपास के दुकानदारों और स्थानीय लोगों में गहरी चिंता देखी जा रही है.
पुलिस मौके पर पहुंची, जांच शुरू
वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल को सील कर दिया गया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में लूटपाट की आशंका नहीं है और यह हत्या किसी रंजिश या पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा हो सकती है. पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं और विभिन्न इलाकों में लगातार छापेमारी की जा रही है.
जुलाई में अब तक तीन व्यापारियों की हत्या
पटना में जुलाई की शुरुआत से लेकर अब तक तीन व्यापारियों की हत्या हो चुकी है. 4 जुलाई को पहली हत्या गोपाल खेमका की हुई थी, जिन पर अपराधियों ने गोलियां बरसाईं. इसके बाद 10 जुलाई को बालू कारोबारी रामानंद यादव की हत्या कर दी गई. अब ताज़ा मामले में विक्रम झा की मौत ने व्यापारिक समुदाय को डरा दिया है। लगातार हो रही इन हत्याओं ने प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
चुनाव पूर्व बिगड़ती कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
बिहार में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले हो रही इन घटनाओं से राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे खुलेआम व्यवसायियों को निशाना बना रहे हैं. अब देखना यह है कि पुलिस इन घटनाओं पर कैसे लगाम लगाती है और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं.