Road accident in Arrah: देश में दिन प्रतिदिन सड़क हादसों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। बिहार (Bihar) के आरा जिले में बुधवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के पांच लोग काल की गोद में समा गए, जबकि तीन अन्य की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। यह घटना गजराजगंज थाना क्षेत्र के बीबीगंज के पास एनएच-922 पर घटित हुई। मृतकों में माता-पिता, बेटा-बेटी और एक मासूम बच्चा शामिल हैं, जबकि परिवार की बहू और दो बच्चियां इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई हैं।
ड्राइवर की झपकी बनी मौत की वजह
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अजीमाबाद थाना क्षेत्र के कमरियांव गांव के निवासी भूपनारायण पाठक अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश के विंध्याचल मंदिर से दर्शन कर अपने घर लौट रहे थे। वे एक्सयूवी गाड़ी में सवार थे। जैसे ही उनकी गाड़ी बीबीगंज के पास पहुंची, उनके पुत्र और गाड़ी चला रहे विपुल पाठक की आंख लग गई, जिससे तेज रफ्तार गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क के डिवाइडर से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि गाड़ी के अंदर बैठे लोगों में से पांच की मौके पर ही मौत हो गई।
तीन घायलों का इलाज जारी
इस भीषण हादसे के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई और तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बाहर निकाला और सदर अस्पताल में भर्ती करवाया। हादसे में घायल हुए लोगों में परिवार की बहू मधु पाठक, पोती समृद्धि पाठक और भतीजी खुशी पाठक शामिल हैं। तीनों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
परिवार पर टूटा दु:खों का पहाड़
इस हादसे की खबर मिलते ही मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया। अजीमाबाद थाना क्षेत्र के कमरियांव गांव के निवासी और पटना के बेली रोड स्थित अपने मकान में रहने वाले भूपनारायण पाठक के परिवार पर यह दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हादसे में भूपनारायण पाठक (55), उनकी पत्नी रेणु देवी, पुत्र विपुल पाठक, पुत्री अर्पिता पाठक और पोता समर्थ पाठक की मौत हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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हादसे की दास्तान चश्मदीदों की जुबानी
मृतक विपुल पाठक के साले अंकित ओझा ने बताया कि उन्हें सुबह हादसे की सूचना मिली थी। जब वे सदर अस्पताल पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो चुकी थी और उनकी बहन समेत तीन लोग घायल अवस्था में थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसा सुबह करीब पांच बजे हुआ। जोरदार टक्कर की आवाज सुनकर लोग घटनास्थल की ओर दौड़े। मौके पर पहुंचे लोगों ने देखा कि गाड़ी के अंदर से सड़क पर खून बह रहा था और गाड़ी का शीशा लॉक था। गाड़ी के अंदर फंसे लोग छटपटा रहे थे। स्थानीय लोगों ने किसी तरह गाड़ी का दरवाजा तोड़ा और घायलों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस जांच में जुटी, शवों का होगा पोस्टमार्टम
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। सभी मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। हादसे की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर है और परिजनों के बीच मातम का माहौल है। इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और वाहन चलाते समय सतर्कता बरतने की जरूरत को रेखांकित किया है। आंख लगना या थकान के चलते वाहन चलाना न केवल चालक के लिए, बल्कि अन्य लोगों के लिए भी घातक साबित हो सकता है।
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