Bihar Chunav 2025: बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को कांग्रेस ने नीतीश कुमार और भाजपा के गठबंधन पर जोरदार हमला बोला। इस बार यह हमला पोस्टरों के ज़रिए किया गया, जो पटना के प्रमुख चौक-चौराहों पर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में ‘बिहार में गुNDA राज’ जैसे वाक्यांश का प्रयोग किया गया है, जिसमें ‘गुंडा’ शब्द को इस तरह डिजाइन किया गया है कि उसमें ‘NDA’ को हाईलाइट किया गया है। इससे कांग्रेस ने साफ तौर पर एनडीए सरकार को राज्य में बढ़ते अपराधों का जिम्मेदार ठहराया है।
अपराध की घटनाओं के ज़रिए एनडीए पर निशाना
बताते चले कि, कांग्रेस के इन पोस्टरों में हाल के समय में हुई कई गंभीर आपराधिक घटनाओं को प्रमुखता से दर्शाया गया है। एक पोस्टर में पटना में एडीजी के सामने गोलीबारी, मंत्री अशोक चौधरी के घर के बाहर फायरिंग और भाजपा झंडा लगी गाड़ी द्वारा पुलिसकर्मियों को कुचलने जैसी घटनाओं का उल्लेख किया गया है। इन घटनाओं को दर्शाकर कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की है।
महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार को भी बनाया मुद्दा
एक अन्य पोस्टर में बिहार में महिलाओं और बच्चों पर बढ़ते अत्याचारों को दिखाया गया है। इसमें मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची से रेप और हत्या, मनेर में पांच साल की बच्ची के साथ दरिंदगी और गोपालगंज में छात्रा से गैंगरेप की घटनाओं को उठाया गया है। इन पोस्टरों में संबंधित घटनाओं की असली तस्वीरें और स्थान की जानकारी दी गई है, जिससे उनका प्रभाव और भी गहरा हुआ है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी कांग्रेस का हमला जारी
आपको बता दे कि, सिर्फ सड़कों तक ही सीमित नहीं, कांग्रेस ने डिजिटल दुनिया में भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बिहार यूथ कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर भी कई पोस्ट साझा किए हैं। एक पोस्ट में नीतीश-मोदी गठबंधन को “लूटबंधन” बताया गया और लिखा गया—”बिहार की बर्बादी के दो ठेकेदार, एक जुमले का सौदागर, दूसरा कुर्सी का लालची।” वहीं, एक अन्य पोस्ट में नीतीश कुमार को ‘पलायन का राजा’ कहा गया है, जिसे सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया गया।
राजनीतिक गर्मी बढ़ी, विपक्ष सरकार पर आक्रामक
कांग्रेस के इस पोस्टर अभियान ने बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। जहां बीजेपी और जेडीयू अपने गठबंधन को स्थिर और विकासोन्मुख बता रहे हैं, वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल राज्य में अपराध, बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों को उठाकर जनता के बीच सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आने वाले समय में यह टकराव और तीखा हो सकता है।