Bihar: सुपौल के प्राइवेट स्कूल में 6 साल का बच्चा बंदूक लेकर पहुंचा..कक्षा तीन के छात्र को मारी गोली

Aanchal Singh
By Aanchal Singh
Bihar

Bihar: बिहार के सुपौल जिले (Supaul district) से हारान कर देने वाला मामला सामने आया है. त्रिवेणीगंज के लालपट्टी स्थित एक प्राइवेट बोर्डिंग स्कूल में बुधवार की सुबह तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र मो. आसिफ को एक अन्य छात्र ने गोली मार दी. मो. आसिफ की उम्र लगभग 10 से 12 साल है और उसे गोली उसके बाएं हाथ की हथेली में लगी, जिससे उसकी हथेली आर-पार हो गई. इस घटना के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है.

Read More: Mayawati ने जातीय जनगणना पर कांग्रेस और BJP की बहस को बताया ‘नाटकबाजी’, केंद्र से उच्च स्तरीय जांच की मांग

आसिफ का अस्पताल में चल रहा इलाज

आसिफ का अस्पताल में चल रहा इलाज

बताते चले कि मो. आसिफ (Mohammad Asif) को तुरंत इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है. गोलीबारी की घटना के बाद स्कूल में अफरा-तफरी मच गई और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है.

घटना के पीछे के कारणों की जांच

इस घटना से सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जिस बच्चे ने गोली चलाई, उसके पास हथियार कहां से आया? पुलिस इस पहलू की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि गोली चलाने वाला बच्चा भी उसी स्कूल का छात्र है और उसकी उम्र लगभग 6-7 साल है. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस छात्र का पिता पहले इसी स्कूल में गार्ड का काम करता था और बच्चा नर्सरी में पढ़ता है.

Read More: Rao IAS coaching center की लाइब्रेरी में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत,HC ने उठाए गंभीर सवाल

घायल छात्र के परिजनों की मांग

घायल छात्र मो. आसिफ के मामा ने बताया कि स्कूल के प्रिंसिपल ने फोन करके सूचना दी कि आसिफ को गोली लगी है और उन्हें तुरंत अस्पताल आने को कहा. आरोपित छात्र के पिता को जब घटना की जानकारी दी गई, तो वे भी स्कूल पहुंचे. अचानक, उन्होंने प्रिंसिपल के टेबल से बंदूक उठाई और अपने बेटे के साथ स्कूल की दीवार फांदकर फरार हो गए. वे अपनी बाइक स्कूल में ही छोड़ गए. घायल छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रशासन (school administration) और पुलिस से इस घटना की पूरी जांच करने की मांग की है.

पुलिस की प्रारंभिक जांच और सवाल

पुलिस की प्रारंभिक जांच और सवाल

पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है. सवाल यह है कि एक छोटे बच्चे के पास हथियार कैसे पहुंचा और यह घटना कैसे घटी. पुलिस इस मामले की हर संभव पहलू से जांच कर रही है और जल्द ही इस पर आधिकारिक बयान जारी करने की उम्मीद है. इस घटना ने स्थानीय लोगों और छात्रों के अभिभावकों में चिंता और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है. स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी और सुरक्षा के उपायों पर भी सवाल उठ रहे हैं. घायल छात्र के परिवार ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और न्याय की मांग की है.

Read More: 37 वर्षों के प्रशासनिक अनुभव के साथ 1983 बैच की IAS अधिकारी Preeti Sudan को UPSC का नेतृत्व सौंपा गया

घटना के बाद का स्थानीय माहौल और सुरक्षा सवाल

पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि प्रिंसिपल की टेबल पर बंदूक कैसे और क्यों रखी गई थी. घटना के बाद से स्कूल प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए उपाय लागू किए जा रहे हैं. अभी तक, पुलिस ने इस घटना के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन जांच जारी है और जल्द ही पूरी घटना की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है. इस दुखद घटना ने स्कूल सुरक्षा और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से प्रमुखता से उजागर किया है.

Read More: Kangana Ranaut का विवादित बयान,बोली- सदन में नशे में रहते Rahul Gandhi ..की ड्र्ग्स टेस्ट की मांग

Share This Article
Exit mobile version