दिल्ली विधानसभा के स्पीकर रामविलास का बड़ा बयान,कहा- “जेल से ही केजरीवाल चलाएंगे सरकार”

Mona Jha
By Mona Jha

Chief Minister Arvind Kejriwal : दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किले लगतार बढ़ती ही नजर आ रही है. दरअसल गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घर से ED ने गिरफ्तार कर लिया है और शराब घोटाले के मामले में ED केजरीवाल के घर की तलाशी कर रही है. ईडी की जांच के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर भारी संख्या में आप के नेता, मंत्री और कार्यकर्ता पहुंच गए थे. जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सीएम केजरीवाल के घर के बाहर धारा 144 लागू कर दी है।

वहीं, पुलिस ने सीएम केजरीवाल का फोन भी जब्त कर लिया है. गुरूवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में अहम टिप्पणी करते हुए कहा था कि केजरीवाल को गिरफ्तारी से राहत नहीं मिलेगी. दिल्ली सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली विधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल ने एक बड़ी बात कही. उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे…

Read more : हाईकोर्ट के आदेश के बाद MPके इस ऐतिहासिक स्थल पर ASI ने शुरू किया सर्वे…

“सीएम पद से नही देगें इस्तीफा”

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद काफी संख्या में आप समर्थक सीएम आवास के बाहर पहुंचे. इस दौरान सीएम आवास के बाहर ‘आप’ नेताओं ने भारी संख्या में पहुंचकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया हैं. सीएम आवास के बाहर दिल्ली के विधानसभा अध्यक्ष और आप नेता रामनिवास गोयल भी पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि पार्टी ने ये तय किया है कि गिरफ्तारी के बाद भी दिल्ली के सीएम केजरीवाल सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे. इसके बाद गोयल ने बताया कि गिरफ्तार होने के बाद भी केजरीवाल दिल्ली के सीएम बने रहेंगे और सरकार जेल से भी चलती रहेगी।

Read more : कांग्रेस ने तीसरी लिस्ट में 7 राज्यों के लिए 57 उम्मीदवारों का किया ऐलान

केंद्रिय मंत्री ने भी दिया जवाब..

ईडी द्वारा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी होने पर दिल्ली के विधानसभा अध्यक्ष और आप नेता रामनिवास गोयल के बयान का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि,- “वे कह रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार चलाएंगे. ये दिल्ली के लोगों, कानून और लोकतंत्र का अपमान है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक राजनीतिक दल जो कांग्रेस के भ्रष्टाचार के बारे में बात करता था और सोनिया गांधी की गिरफ्तारी की मांग करते थे, उनको 9 बार समन भेजा गया लेकिन वो एक बार भी पेश होने नहीं गए. उनकी कौन-सी मजबूरी थी कि जांच से दूर रहना पड़ा. ये इनका चेहरा दिखाता है।”

Share This Article
Exit mobile version