Himachal Assembly By Election: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले हिमाचल प्रदेश की राजनीति से एक अहम खबर सामने आ रही है. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा विधानसभा की सदस्यता से दिया गया त्यागपत्र स्वीकार कर लिया गया है. अब राज्य के लिए तीन विधानसभा चुनाव होंगे. अब तीनों निर्दलीय विधायक कृष्ण लाल ठाकुर, होशियार सिंह और आशीष शर्मा विधानसभा के सदस्य नहीं रहे.
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बजट सत्र के दौरान दिया था त्यागपत्र
आपको बता दे कि विधानसभा में इस समय सत्तारूढ़ कांग्रेस के 34 विधायक हैं और विपक्षी भाजपा के 25 विधायक हैं. इन विधायकों के त्यागपत्र स्वीकार होने से पहले तीन निर्दलीय विधायक भी थे. दरअसल,तीनों विधायकों ने बजट सत्र के दौरान ही त्यागपत्र दे दिया था. तीनों विधायकों में नालागढ़ से कृष्ण लाल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष शर्मा शामिल हैं. इन्होंने त्यागपत्र देकर उसके दूसरे दिन भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी लेकिन मामला हर राजनीतिक तौर पर इस तरह से उलझ की प्रदेश उच्च न्यायालय तक पहुंच गया था.
क्या बोले विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ?
बताते चले कि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि 22 मार्च को तीन निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा दिया था. 23 मार्च को तीनों निर्दलीय विधायक दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की वजह से फैसले सुनने में कुछ वक्त लगा. कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि सत्तापक्ष के सदस्य जगत सिंह नेगी की ओर से दल बदल कानून के तहत तीन निर्दलीय विधायकों की सदस्यता रद्द करने को लेकर भी एक याचिका आधार की गई है.
कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि उन्होंने मामले में सख्ती बरती और कठोर फैसला नहीं दिया. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के पास तीनों निर्दलीय विधायकों के सदस्यता रद्द करने का भी विकल्प था, क्योंकि इससे संबंधित सत्तापक्ष के सदस्य और सरकार में मंत्री कुलदीप जगत सिंह नेगी की ओर से याचिका दायर की गई थी.
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विधायकों ने अपना इस्तीफा स्वीकार होने पर जाहिर की खुशी
तीनों निर्दलीय विधायकों ने अपना इस्तीफा स्वीकार होने पर खुशी जाहिर की है. नालागढ़ के विधायक रहे कृष्ण लाल ठाकुर ने कहा कि ‘यह देर आए, दुरुस्त आए’ जैसा है. उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि सभी निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे पहले ही स्वीकार हो जाते, ताकि लोकसभा चुनाव के साथ ही यह उपचुनाव भी होते. बावजूद इसके उन्होंने स्पीकर के इस फैसले पर खुशी जाहिर की है.
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