Badlapur: मुंबई से सटे ठाणे जिले के बदलापुर (Badlapur) के एक स्कूल में 4 साल की दो बच्चियों से साथ यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद पूरे शहर में लोग गुस्से में आकर सड़कों पर उमड़ पड़े हैं।विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को रेलवे ट्रैक जाम कर दिया और रेल रोको प्रदर्शन किया।बदलापुर (Badlapur) घटना से आक्रोशित लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे पुलिस स्टेशन में निर्देश देते हुए कहा कि,दो मासूमों के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ सख्त कारवाही की जाए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा केस में जांच के लिए एक विशेष सरकारी प्रतिनिधित्व भी नियुक्त किया जाएगा।
यौन शोषण का आरोपी अक्षय शिंदे ने की 3 शादियां
इस बीच स्कूली बच्चियों के साथ यौन शोषण के आरोपी अक्षय शिंदे के बारे में एक हैरत-अंगेज खुलासा हुआ है अक्षय शिंदे अब तक 3 शादियां कर चुका है।जानकारी के मुताबिक बदलापुर (Badlapur) पूर्व के खरवई गांव में रहने वाला आरोपी अक्षय शिंदे महज 24 साल का है लेकिन उसकी पहले ही 3 शादियां हो चुकी थीं उसकी इन्हीं हरकतों के कारण तीनों पत्नियां उसे छोड़कर जा चुकी हैं।स्कूल में बच्चियों के शारीरिक उत्पीड़न की घटना के बाद गांव वालों ने उसके घर पर हमला कर तोड़फोड़ करनी शुरु कर दी। ग्रामीणों ने उसके रिश्तेदार के घर पर भी हमला किया जिसके बाद से आरोपी अक्षय का परिवार खरवई गांव से लापता हो गया।
पिता का दावा-बेटे को फंसाया जा रहा
बदलापुर (Badlapur) की घटना को लेकर जहां पूरे महाराष्ट्र में गुस्से का उबाल देखा जा रहा है साथ ही आरोपी को सख्त सजा देने की मांग हो रही है वहीं इस बीच अक्षय शिंदे के पिता ने एक सनसनीखेज दावा किया है कि,इस मामले में उनके बेटे को फंसाया जा रहा है।अक्षय शिंदे के परिवार ने दावा किया है कि,जैसा कहा जा रहा है वैसा नहीं है ने मांग की है कि,अक्षय का दोबारा मेडिकल टेस्ट कराया जाए।
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वकीलों ने केस लड़ने से किया इनकार
बदलापुर (Badlapur) के स्कूल में अक्षय शिंदे को 1 अगस्त से स्कूल में सफाईकर्मी के तौर पर रखा गया था।अक्षय शिंदे पर आरोप है कि,उसने 3 और 4 साल की 2 मासूमों के साथ हैवानियत की है।बच्चियों ने जब अपने माता-पिता से प्राइवेट पार्ट में दर्द बताया तब इस घटना का खुलासा हुआ बदलापुर रेलवे स्टेशन पर अभिभावकों के बड़े प्रोटेस्ट के बाद सरकार और स्कूल ने अपने स्तर पर कार्रवाई की है लेकिन इस मामले को लेकर अब विपक्ष सत्तापक्ष से सवाल पूछ रहा है कि,आखिर एफआईआर दर्ज करने में देरी क्यों हुई है? इस मामले को दबाने की कोशिश क्यों की गई है ? वहीं दूसरी तरफ बदलापुर यौन उत्पीड़न के आरोपी अक्षय शिंदे का केस लेने से बार असोसिएशन के वकीलों ने साफ इनकार कर दिया है वकीलों का कहना है कि,ऐसे आरोपियों को जेल से रिहा नहीं किया जाना चाहिए।
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