अधिकारियों का बड़ा भ्रष्टाचार आया सामने,मेंटिनेंस के नाम पर लाखों रुपये की हेरा- फेरी

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

Madhya Pradesh: खजुराहो सम्भाग जिला छतरपुर में अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों की हेरा- फेरी हो रही है. मेंटिनेंस के नाम पर फर्जी बिल बाउचर लगाकर भुगतान कर लिए जाते है,लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.फर्जी तरीके से राशि को ठिकाने लगाने का कार्य किया जा रहा है। छतरपुर जिले के म.प्र.पू.क्षे.वि.वि.के. खजुराहो सम्भाग अंतर्गत आने वाली उप केंद्र किशुनपुरा में मेंटिनेंस के कार्य में लाखों की हेराफेरी की गई है.

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लाखो रुपये का प्रशासन को चूना लगाया

बता दे कि, नाली बनाने की जगह पुरानी चीपों में पुताई करा दी गई. अर्थिंग का कार्य में सिर्फ और सिर्फ खाना पूर्ति की गई. पेंटिग के नाम पर सिर्फ आधे-आधे खम्भो की पुताई की गई. स्वीच सब पुराने ही है. गिट्टी डाल दी गई. टॉयलेट में पाइप नही डाला गया. गेट खिड़की सब टूटे पड़े है. पहाड़ो के बीच उपकेंद्र है फिर भी पंखों तक की वयवस्था नही है. आख़िर अधिकारियों द्वारा मॉनीटरिंग क्यो नही की जा रही है. मेंटीनेंस के नाम पर खाना पूर्ति की गई है. ऐसे और भी उपकेन्द्र है, जहाँ पर मेंटीनेंस के नाम पर कर्यपालन अभियंता की मिली भगत से लाखो रुपये का प्रशासन को चूना लगाया गया है।

कार्यपालन अभियंता संजय कुमार ने क्या कहा ?

कार्यपालन अभियंता संजय कुमार गुप्ता का कहना है कि छतरपुर जिले के 4-5 ठेकेदारों को टेंडर मिले थे जिसमे आर्थिग,पेंटिग ,नाली ,स्वीच बदलना,जैसे कार्य होना था. जिसका कार्य चल रहा है,लेकिन किसुनपुरा उप केंद्र पर उपस्थित कर्मचारियों का कहना था कि होली के बाद से कार्य बंद है. कर्यपालन अभियंता द्वारा 5 से 7 लाख के कार्य टेंडर के माध्यम से होने की बात कही गई। कर्यपालन अभियंता को खुद पता नही कि टेंडर 5 लाख का है या 7 लाख का.आखिर क्यों? खजुराहो सम्भाग में लगातार अनियमितताएं देखने को मिलती है,जो कर्मचारी विद्युत का सुधार कार्य करते है,उनको सेफ्टी किट क्यों नही दी जाती है. हेल्परों को खम्भो पर किस नियम के तहत चढ़ाया जाता है। उनके जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

तानासाही बढ़ती ही जा रही

खजुराहो राजनगर कार्यालयों में लगातार 10 से 15 वर्षों से बाबुओं को एक जगह रखा जा रहा है,जिससे उनकी तानासाही बढ़ती ही जा रही है. आखिर क्यों नियम को ताक पर रखकर कार्यालयों में कार्य किया जा रहा है. लगातार विद्युत विभाग की अनियमिततायें उजागर हो रही है फिर भी अधिकारी मौन है। एस. ई. छतरपुर पी.के मिश्रा का कहना है कि जांच की जाएगी। डी.कुमार सी जबलपुर से दूरभाष पर बात की गई तो उन्होने जांच कर कर्यवाही की बात कही गई। आखिर कब तक जांच होती है ये तो देखने वाली बात है।

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