Bengaluru Stampede: आईपीएल 2025 का खिताब जीतने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पहली बार चैंपियन बनने का जश्न मनाने के लिए एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया था। बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर लाखों की संख्या में प्रशंसक जमा हो गए। लेकिन भीड़ नियंत्रण में न आने से भयानक भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और 56 अन्य घायल हो गए। यह समारोह एक जश्न के बजाय दुखद त्रासदी में तब्दील हो गया।अब इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंप दिया है और कार्रवाई की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है।
RCB मार्केटिंग हेड निखिल सोसले एयरपोर्ट से गिरफ्तार
कर्नाटक के मुख्यमंत्री द्वारा सख्त आदेश जारी किए जाने के बाद पुलिस ने इस मामले में पहली गिरफ्तारी की है। आरसीबी के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है और सभी से कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में गहन पूछताछ जारी है।गिरफ्तारी के दौरान निखिल सोसले स्टेडियम कार्यक्रम से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं और जिम्मेदारियों को लेकर जांच एजेंसियों के सवालों का सामना कर रहे हैं।
कार्यक्रम के लिए नहीं ली गई थी प्रशासनिक अनुमति
बेंगलुरु पुलिस आयुक्त के अनुसार, इस उल्लास कार्यक्रम के लिए नगर प्रशासन या पुलिस विभाग से कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी। इस लापरवाही के चलते लाखों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई, जिससे स्थिति हाथ से निकल गई।
गंभीर धाराएं दर्ज, गैर इरादतन हत्या का आरोप
घटना को लेकर आरसीबी, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के खिलाफ कब्बन पार्क थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में गैर इरादतन हत्या (IPC 304), लापरवाही से जान को खतरे में डालना और भीड़ नियंत्रण में विफलता जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।बेंगलुरु पुलिस और राज्य सरकार पर भी कई सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इतनी बड़ी भीड़ जुटने की आशंका पहले से थी, फिर भी कोई सुरक्षा रणनीति लागू नहीं की गई।
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कई पुलिस अफसरों पर भी कार्रवाई की संभावना
इस हादसे के बाद बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर और अन्य उच्च अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, जल्द ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है, जिन्होंने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही बरती।