Budget Session 2025:1 फरवरी 2025 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र से पहले देश को संबोधित करते हुए मां लक्ष्मी को प्रणाम करते हुए सभी देशवासियों के लिए मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहने की प्रार्थना की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा,आज बजट सत्र की शुरुआत में मैं समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को नमन करता हूं।सदियों से हम ऐसे अवसरों पर मां लक्ष्मी को याद करते आ रहे हैं।मां लक्ष्मी हमें सफलता और बुद्धि प्रदान करती हैं मैं महालक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब और मध्यम वर्ग पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहे।
Read more:Economic survey 2025: संसद में आज पेश होगा आर्थिक सर्वे, क्या खुलासा करेगा 2025 का बजट?
आम बजट सत्र से पहले पीएम मोदी का संबोधन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,हमारे गणतंत्र ने 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह देश के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत गर्व की बात है।इस देश के लोगों ने मुझे तीसरी बार ये जिम्मेदारी दी है और ये इस तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है।मैं विश्वास से कह सकता हूं 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे,विकसित भारत का जो संकल्प इस देश ने लिया है उस दिशा में यह बजट सत्र,यह बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा,नई ऊर्जा देगा कि देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा तब विकसित होकर रहेगा। 140 करोड़ देशवासी अपने सामूहिक प्रयासों से इस संकल्प को पूरा करेंगे।
विकसित भारत के रोडमैप का पीएम मोदी ने किया जिक्र

पीएम मोदी ने कहा,तीसरे कार्यकाल में हम मिशन मोड में देश को सर्वांगीण विकास की दिशा में चाहे वह भौगोलिक रूप से हो, सामाजिक रूप से हो या आर्थिक भिन्न-भिन्न संदर्भ में हो, हम सर्वांगीण विकास के संकल्प को लेकर मिशन मोड में आगे बढ़ते जा रहे हैं।रिफॉर्म, परफ़ॉर्म और ट्रांस्फॉर्म। जब विकास की तेज गति हासिल करनी होती है तो सबसे ज्यादा जोर रिफॉर्म पर होता है। राज्य और केंद्र सरकारों को मिलकर परफॉर्म करना होता है और लोगों की भागीदारी से हम ट्रांस्फॉर्मेशन देख सकते हैं।
Read more:Stock Market Today: ये खबरें बदल सकती हैं बाजार की दिशा, ट्रेडिंग से पहले जानें क्या है बड़ा राज!
विदेश से नहीं उठी कोई चिंगारी-पीएम

बजट सत्र से पहले संसद भवन परिसर में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा,आपने देखा होगा,शायद 2014 से लेकर अब तक यह पहला संसद सत्र है, जिसके एक-दो दिन पहले कोई ‘विदेशी चिंगारी’ नहीं देखी गई,जिसमें किसी विदेशी ताकत ने आग लगाने की कोशिश नहीं की। मैंने हर बजट सत्र से पहले यह देखा था और हमारे देश में कई लोग इन चिंगारियों को हवा देने में कोई कसर नहीं छोड़ते।