Bajaj Finance share price:भारत की अग्रणी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी बजाज फाइनेंस लिमिटेड का शेयर 16 जून 2025 को लगभग 90% की गिरावट के साथ खुला, जिसने कई निवेशकों को चौंका दिया। हालांकि, यह गिरावट किसी भारी बिकवाली या कारोबारी घाटे की वजह से नहीं हुई, बल्कि बोनस शेयर इश्यू और स्टॉक स्प्लिट के कारण शेयर की कीमत में तकनीकी समायोजन हुआ है।सोमवार सुबह करीब 10:00 बजे, बीएसई (BSE) पर बजाज फाइनेंस का शेयर ₹928.40 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि शुक्रवार को इसका बंद भाव ₹9334.15 था।
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क्या है बोनस इश्यू और स्टॉक स्प्लिट का पूरा मामला?
बजाज फाइनेंस ने मार्च तिमाही के नतीजों के साथ अपने शेयरधारकों के लिए बड़ा ऐलान किया था। कंपनी ने कहा कि वह 1:4 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करेगी — यानी हर एक शेयर पर 4 बोनस शेयर। साथ ही, कंपनी ने ₹2 फेस वैल्यू वाले शेयर को ₹1 फेस वैल्यू वाले दो शेयरों में विभाजित (Split) करने का भी ऐलान किया।
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कैसे बढ़ गई शेयरों की संख्या
अगर आपके पास शुक्रवार के बाजार बंद होने तक बजाज फाइनेंस के 10 शेयर थे, तो बोनस इश्यू के बाद आपको 40 बोनस शेयर मिलेंगे। इससे आपके पास कुल 50 शेयर हो जाएंगे।इसके बाद, इन 50 शेयरों को 2 के अनुपात में स्प्लिट किया जाएगा, जिससे आपके कुल शेयरों की संख्या 100 हो जाएगी। हालांकि, शेयर की कुल कीमत (holding value) में कोई बदलाव नहीं होगा, बस प्रति शेयर कीमत घटेगी और शेयरों की संख्या बढ़ेगी।
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शेयर की गिरावट के पीछे क्या कारण है?
यह 90% की गिरावट केवल टेक्निकल एडजस्टमेंट है और शेयरधारकों को घबराने की जरूरत नहीं है। असल में, जब शेयर स्प्लिट और बोनस इश्यू होता है, तो बाजार में उसकी कीमत को उसी के अनुसार समायोजित किया जाता है।उदाहरण के लिए, अगर एक शेयर ₹9334.15 का था और अब आपके पास उसके बदले 10 गुना शेयर हो गए हैं, तो हर शेयर की कीमत भी करीब-करीब 1/10 हो जाती है। इससे आपकी कुल इन्वेस्टमेंट वैल्यू में कोई फर्क नहीं पड़ता।
निवेशकों के लिए जरूरी बात
यह स्थिति लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि शेयर की कीमत अब कम हो गई है, जिससे नए निवेशकों को एंट्री लेना आसान हो गया है। साथ ही, अधिक शेयर होने से आगे चलकर लिक्विडिटी भी बढ़ेगी और रिटर्न की संभावना मजबूत होगी।