यूपी बहराइच के महाराजगंज में हुए हत्याकांड मामले में दो आरोपियों का एनकाउंटर हुआ,सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमे वो पुलिस के सामने अपनी गलती मान रहे हैं उन्होंने गलती मानते हुए कहा कि “अब कभी वो ऐसा अपराध नहीं करेंगे” सूत्रों के के अनुसार, आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे मगर पुलिस ने उनका एनकाउंटर कर दिया। आपको बता दे कि जिन आरोपियों का एनकाउंटर हुआ उन में से एक का नाम सरफराज उर्फ रिंकू और मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू है इस एनकाउंटर में पुलिस कर्मी ने कहा कि पहले तो अपराध किया और फिर एक दूसरा अपराध कर रहे हो। “इसके जवाब में आरोपी कहता है कि गलती हो गई सर…। इसके बाद एक पुलिसकर्मी कहता है कि हम लोग तुम्हे प्यार से लेकर आ रहे थे मगर इतना भरोसा नहीं था कि तुम लोग इस तरह करोगे।”
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नेपाल के पास से पकड़ा आरोपियों को
आपको बता दे कि पुलिस ने नानपारा बायपास पर हांडा बसेहरी नहर के पास आरोपियों को पकड़कर दबोचा। उसको बाद पुलिस व आरोपियों के बीच जबरन फायरिंग हुई जिसमें दो आरोपी घायल भी हो गए। इसमें आरोपियों के नाम मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालीम हैं। आपको बता दे कि यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश से बात करने पर उन्होंने बताया कि एनकाउंटर के बाद पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये सभी हिंसा के आरोपी थे। इसके साथ ये भी कहा कि आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे।
आरोपियों के बाद इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज किया रेफर
पुलिस ने घायल आरोपियों को इलाज के लिए नानपारा सीएचसी में भर्ती कराया गया था। जहां से दोनों को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। इस बीच मेडिकल कॉलेज को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। आरोपियों के लिए परिसर में चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस व पीएसी बल की तैनाती की गई है। किसी को भी अंदर जाने की सख्त मनाई है इसलिए कोई भी अंदर नहीं जा प् रहा है। जिले की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि घायल होने वाले आरोपी मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिम हैं। पुलिस के अनुसार, नानपारा इलाके में हुई मुठभेड़ में आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की जिस पर पुलिस ने उनके पैरों में गोली मारी है।

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आखिर क्या था मामला
आपको बता दें कि बीते रविवार की शाम करीब छह बजे बहराइच के रेहुआ मंसूर गांव का रहने वाला रामगोपाल मिश्रा उम्र (22) साल जो दुर्गा प्रतिमा लिए जुलूस में आगे-आगे चल रहा था उसी समय जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तभी नारेबाजी और डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हो गई थी जिसको देखते ही देखते ये कहासुनी बवाल में बदल गई सबका आरोप है कि बवाल के दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई और फिर इसी भगदड़ में जो गोलीबारी हुई उसमें रामगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गया,फिर उसे बहराइच मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां उसने अपना दम तोड दिया जिसके बाद रामगोपाल की मौत की खबर से महराजगंज में बवाल और अधिक हिंसावादी हो गयाl