Badlapur: पूरे देश में इस समय महिला सुरक्षा को लेकर जंग छिड़ी हुई है. कोलकाता में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या का मामला अभी शांत नहीं पड़ा कि महाराष्ट्र (Maharashtra) के बदलापुर (Badlapur) में दो बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आ गया.दिन प्रतिदिन महिलाओं के साथ हो रहे अपराध कम होने के बजाय बढ़ते ही जा रहे है. महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध को लेकर पूरे देश में इस समय विरोध प्रदर्शन हो रहा है. महाराष्ट्र के बदलापुर में एक स्कूल में दो बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद जबरदस्त हंगामा खड़ा हो गया है. यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और राकांपा-एसपी नेता सुप्रिया सुले ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
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संजय राउत की सरकार पर कड़ी आलोचना
बताते चले कि संजय राउत (Sanjay Raut) ने इस घटना को “घिनौना अपराध” बताते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पीड़िताओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए और जब लोग न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर उतरे, तो उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए. उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बदलापुर जाने से क्यों कतराते हैं, जबकि कोलकाता की घटना पर वे तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं. संजय राउत ने सवाल उठाया कि पुलिस एफआईआर दर्ज करने में देरी क्यों कर रही थी और उस पर किसका दबाव था.
सुप्रिया सुले का विरोध प्रदर्शन
राकांपा-एसपी नेता सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने भी इस घटना को लेकर महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और राज्य में बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि हुई है और सरकार इसे नजरअंदाज कर रही है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि जब लोग सड़कों पर आ गए, तब जाकर प्रशासन ने इस मामले पर ध्यान दिया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री ने “लाड़की भीन योजना” के तहत 1500 रुपये देने की घोषणा की, लेकिन महिलाएं कह रही हैं कि उन्हें पैसे नहीं, बल्कि सुरक्षा चाहिए.
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
17 अगस्त को पुलिस ने इस मामले में स्कूल के अटेंडेंट को गिरफ्तार किया था, जिस पर किंडरगार्टन की तीन और चार साल की बच्चियों के साथ स्कूल के टॉयलेट में उत्पीड़न का आरोप है. बच्चियों ने अपने माता-पिता को इस घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज की गई और पॉक्सो कानून के तहत आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. स्कूल प्रबंधन ने सोमवार को इस घटना पर बयान जारी करते हुए माफी मांगी और प्रिंसिपल, एक क्लास टीचर, और महिला अटेंडेंट को निलंबित कर दिया. प्रबंधन ने घटना के लिए अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की है और पीड़ित परिवारों से माफी मांगी है.
सुरक्षा व्यवस्था को सवाल खड़े हो रहे
बदलापुर (Badlapur) में हुई इस घटना ने महाराष्ट्र (Maharashtra) में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. जहां एक ओर राजनीतिक दल इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर हमला कर रहे हैं, वहीं सरकार को इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई करनी होगी. इस घटना ने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
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