Maharashtra News: महारष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर (Badlapur School) में स्थित एक प्रतिष्ठित स्कूल के टॉयलेट सफाई कर्मचारी पर दो नाबालिग छात्राओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। यह घटना 12 और 13 अगस्त को घटित हुई थी, जिसमें चार साल और छह साल की दो बच्चियों को शिकार बनाया गया। आरोपी कर्मचारी अक्षय शिंदे को स्कूल में 1 अगस्त, 2024 को अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया गया था। आरोप है कि स्कूल ने लड़कियों के शौचालयों की सफाई के लिए किसी महिला कर्मचारी को नियुक्त नहीं किया था, जिसका फायदा उठाकर आरोपी ने इस घृणित अपराध को अंजाम दिया।
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लोगों में फूटा गुस्सा, किया प्रदर्शन
इस शर्मनाक घटना के विरोध में इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के सैकड़ों अभिभावक मंगलवार सुबह से ही रेलवे स्टेशन पर ‘रेल रोको’ आंदोलन करना शुरू कर दिया था। वे यौन उत्पीड़न की घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। इस प्रदर्शन के कारण उपनगरीय ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई। रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन के चलते 10 लंबी दूरी की ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा गया था। प्रदर्शन में कई महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्होंने रेलवे ट्रैक पर आकर यातायात को रोक दिया।
आरोपी को पुलिस कस्टडी में भेजा
बदलापुर स्कूल मामले में आरोपी अक्षय शिंदे को आज कल्याण कोर्ट में पेश किया गया। आपको बता दें की गिरफ्तारी के बाद पहली बार जब आरोपी शिंदे को कोर्ट में पेश किया गया था तब उसे 4 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया था। आज आरोपी की कस्टडी खत्म हो गयी है जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में सुनवाई के बाद गिरफ्तार आरोपी अक्षय शिंदे को 24 अगस्त तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
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सीएम ने दिए त्वरित सुनवाई के निर्देश
इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुलिस को इस कथित यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ रेप के प्रयास का आरोप दर्ज करने का निर्देश दिया। जिसके बाद काफी मशक्क्त से बदलापुर रेलवे ट्रैक को खाली करा लिया गया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया। प्रदर्शनकारी आरोपी के लिए फांसी की सजा की मांग की। इसके बाद एक महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में इस मामले की जांच के आदेश दिए गए। राज्य सरकार ने जांच के लिए महानिरीक्षक स्तर की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी आरती सिंह को नियुक्त किया। फिर इस घटना को संज्ञान में लेते हुए ठाणे के बदलापुर में जिला और पुलिस प्रशासन ने इंटरनेट सेवा बंद की ताकि व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अफवाह न फैलाई जाए।