Bada Mangal 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार कल यानी 20 मई को साल का दूसरा बड़ा मंगल है जो कि हनुमान पूजा का सबसे उत्तम दिन होता है। ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले सभी मंगलवार को बड़े मंगल के नाम से जाना जाता है
इस दिन भक्त हनुमान जी की विधिवत पूजा करते हैं साथ ही भंडारों का भी आयोजन होता है। मान्यता है कि बड़े मंगल के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को अगर भोजन, पानी प्रदान किया जाए तो इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और कष्टों का निवारण हो जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि हनुमान जी पहली बार प्रभु श्रीराम से ज्येष्ठ माह के मंगलवार को ही मिले थे। यहीं कारण है कि ज्येष्ठ माह के मंगलवार को महत्वपूर्ण माना जाता है और इस बड़ा मंगल मनाया जाता है। इसके साथ ही बड़ा मंगल का जुड़ाव लखनऊ से भी है, तो हम आपको अपने इस लेख द्वारा बड़े मंगल का इतिहास और इससे जुड़ी कुछ खास परंपराओं के बारे में आपको विस्तार से बता रहे हैं।

बड़ा मंगल की तिथियां
आपको बता दें कि साल 2025 का पहला बड़ा मंगल 13 मई को मनाया गया। वहीं दूसरा बड़ा मंगल 20 मई को मनाया जाएगा। इसके अलावा तीसरा बड़ा मंगल 27 मई को पड़ रहा है और चौथा बड़ा मंगल 3 जून को मनाया जाएगा। पांचवां बड़ा मंगल 10 जून को मनाया जाएगा।
यहां जानें बड़ा मंगल का इतिहास
बड़ा मंगल का इतिहास लखनऊ शहर से जुड़ा है। अवध के नवाब वाजिद अली शाह की बेगम हनुमान जी की भक्त थी। उन्हें सपने में हनुमान जी के दर्शन प्राप्त हुए। इसके बाद उन्होंने अलीगंज में हनुमान मंदिर का निर्माण करवाया। मंदिर बनने के बाद शहर में महामारी फैल गई। बेगम ने ज्येष्ठ माह के मंगलवार को हनुमान जी की पूजा की। हनुमान जी के आशीर्वाद से महामारी खत्म हो गई। तब से हर साल ज्येष्ठ माह के मंगलवार को भंडारे का आयोजन होता है।
बता दें कि बेगम आलिया ने पहली बार बड़े मंगल पर भंडारा करवाया था। तब से लेकर अब तक हर साल ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को लखनऊ शहद में हर जगह भंडारे का आयोजन होता है। हनुमान भक्त अपनी श्रद्धा अनुसार भंडारे में अपना योगदान करते हैं और प्रसाद ग्रहण कर प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। अब बड़ा मंगल का पर्व लखनऊ के अलावा प्रयागराज, बनारस, गोंडा और रायबरेली में भी आयोजित किया जाता है।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है।प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।