Baba Siddiqui murder case: मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) की हत्या के मामले में जांच को तेजी से आगे बढ़ाते हुए दो और लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से एक आरोपी की पहचान हरीश कुमार बालकराम (23) के रूप में की गई है, जिसे उत्तर प्रदेश के बहराइच (Bahraich) से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, बालकराम ने शूटरों को हत्या के लिए धन मुहैया कराया था। इसके साथ ही अब तक पुलिस की हिरासत में कुल पांच संदिग्ध आ चुके हैं। हालांकि, दूसरे हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।
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गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप और प्रवीण लोनकर पहले से गिरफ्तार
इससे पहले पुलिस ने गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप और प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार, सिंह और कश्यप को शूटर बताया जा रहा है, जबकि प्रवीण लोनकर इस हत्याकांड में सह-साजिशकर्ता के रूप में शामिल था। इस हत्याकांड से जुड़े एक और संदिग्ध शिवकुमार गौतम अभी तक फरार है। पुलिस का मानना है कि शिवकुमार तीसरा शूटर हो सकता है और उसकी तलाश तेज कर दी गई है।
तीसरी बंदूक भी बरामद, जांच में हुए कई खुलासे
मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या (Baba Siddiqui murder case) में इस्तेमाल की गई तीसरी बंदूक भी बरामद कर ली है। यह बंदूक घटनास्थल के पास एक काले बैग से मिली, जिसे आरोपियों ने वहीं फेंक दिया था। इससे पहले भी पुलिस ने दो बंदूकें जब्त की थीं। पुलिस की पूछताछ के बाद घटनास्थल की पुनर्रचना से पता चला कि आरोपियों ने हत्याकांड को कैसे अंजाम दिया।
दशहरे की रात गोली मारकर की गई थी हत्या
12 अक्टूबर की रात को, जब पूरा बांद्रा दशहरा के जश्न में डूबा हुआ था, उस समय बाबा सिद्दीकी (66) को गोली मार दी गई। यह वारदात उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के बांद्रा स्थित कार्यालय के बाहर हुई। हमलावरों ने सिद्दीकी को उस समय निशाना बनाया, जब वे कार्यालय से बाहर आ रहे थे। घटनास्थल पर घने धुएं का सहारा लिया गया, जिससे इलाके में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। लोग पहले इसे पटाखों का धुआं समझ रहे थे। घायल अवस्था में सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें रात 11:27 बजे मृत घोषित कर दिया।\
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने ली हत्या की जिम्मेदारी
इस हत्याकांड की जिम्मेदारी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गिरोह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ली है। इस घटना के बाद से राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने हत्याकांड की जांच को कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, राजनीतिक या व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता, और झुग्गी पुनर्वास परियोजनाओं से जुड़े मामलों के विभिन्न कोणों से शुरू किया है।
शिवकुमार गौतम की तलाश में पुलिस का अभियान जारी
मुंबई क्राइम ब्रांच ने फरार आरोपी शिवकुमार गौतम को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें गठित की हैं। गौतम भी बहराइच का रहने वाला है और उसे इस हत्याकांड का तीसरा शूटर माना जा रहा है। इसके अलावा, एक और संदिग्ध मोहम्मद जीशान अख्तर भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
साजिश के विभिन्न पहलुओं पर हो रही जांच
मुंबई पुलिस हत्याकांड की गहराई से जांच कर रही है और सभी संभावित कोणों पर विचार कर रही है। कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की बात से लेकर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता तक, पुलिस हर पहलू पर ध्यान दे रही है। साथ ही, हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए देशभर में छापेमारी की जा रही है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है और पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती पेश की है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले को किस दिशा में आगे बढ़ाती है और अपराधियों को कब तक पकड़ पाती है।