Ayodhya rape case: पीड़िता के घर पहुंचे भाजपा नेता; समाजवादी पार्टी ने रखी अपनी बात, दोषियों को फांसी मिले

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
सांसद संगीता बलवंत

Ayodhya rape case: भदरसा दुष्कर्म मामले में लगातार सत्ता पक्ष के निशाने पर चल रही समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपना पक्ष स्पष्ट किया है। सपा कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेताओं ने दुष्कर्म के दोषियों को फांसी देने की मांग की। साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच करने और निर्दोषों पर कार्रवाई न करने की भी मांग की। इस दौरान बीएचयू (BHU) में पिछले हुए दुष्कर्म के आरोपियों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य भाजपा नेताओं के साथ फोटो दिखाकर सपा ने सवाल खड़े किए।

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पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने क्या कहा

पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जघन्य अपराध करने वालों को फांसी की सजा होनी चाहिए, लेकिन निष्पक्ष जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि सजा और कार्रवाई के नाम पर बिना जांच के निर्दोषों को न फंसाया जाए। पांडेय ने आरोप लगाया कि इस सरकार में यादव और मुसलमान ही अपराधी की परिभाषा बन गए हैं।

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खाकी अखाड़ा और सनबीम स्कूल के मामले

पांडेय ने कहा कि अयोध्या के खाकी अखाड़ा में सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले और उसमें संलिप्त लोगों के घर पर अब तक बुलडोजर नहीं चला। बच्ची का परिवार अब तक न्याय से वंचित है। सनबीम स्कूल में एक छात्रा ने आत्महत्या की थी, प्रबंधक के यादव होने के कारण उन्हें जेल भेज दिया गया। निष्पक्ष जांच के बाद वह बरी हुए। गोमतीनगर में 20-25 लोग आरोपी थे, लेकिन मुख्यमंत्री को सिर्फ यादव और मुसलमान का नाम ही याद रहा। अपराधी की कोई जाति नहीं होती, इसलिए उसे जाति से नहीं जोड़ना चाहिए।

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बीएचयू रेपकांड पर सपा ने उठाये सवाल

सपा ने बीएचयू रेपकांड के आरोपी की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्या, अनुराग ठाकुर और स्वतंत्रदेव सिंह के साथ तस्वीर वायरल होने पर सवाल उठाए। उन्होंने मांग की कि सीडीआर, लोकेशन, सीसीटीवी आदि खंगाले जाएं। यदि सपा नेता मोईद खान दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, लेकिन बिना दोष सिद्ध हुए इस तरह की कार्रवाई न की जाए। सपा ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा और सुरक्षा देने की मांग की। साथ ही डीएनए टेस्ट और नार्को टेस्ट कराकर निष्पक्ष जांच की जाए और रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।

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भाजपा प्रतिनिधि मंडल का दौरा

दुष्कर्म पीड़िता के घर रविवार को भाजपा प्रतिनिधि मंडल के सदस्य पहुंचे। इस प्रतिनिधि मंडल में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप, राज्यसभा सांसद बाबू राम निषाद और संगीता बलवंत के साथ नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता भी मौजूद रहे। इस मौके पर भाजपा नेताओं ने परिवार को आश्वासन दिया कि किसी भी तरह की धमकी से डरने की जरूरत नहीं है। किसी प्रकार की समस्या आने पर उनसे संपर्क करें। पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन भी पीड़िता के घर पहुंचीं। उनके अस्पताल जाकर पीड़िता से मिलने की भी संभावना जताई जा रही है।

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सपा जिलाध्यक्ष का बयान

सपा जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव ने कहा कि पूरी समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है। सपा का प्रतिनिधि मंडल पीड़िता और परिजनों से मिलना चाहता है। लेकिन जब एक नेता अपने परिवार से मिलने गया, तो उस पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया। ऐसे में प्रशासन का कोई भरोसा नहीं है कि इसे क्या रूप दे दिया जाए। प्रेसवार्ता में हाजी फिरोज खान गब्बर, बलराम मौर्या, श्यामकृष्ण श्रीवास्तव, हामिद जाफर मीसम, रक्षाराम यादव, शमशेर यादव आदि मौजूद रहे।

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बसपा की प्रतिक्रिया

बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी की संवेदना दुष्कर्म पीड़िता के साथ नहीं है, बल्कि वह अपराधी के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का डीएनए जांच कराए जाने का बयान इसका जीता-जागता उदाहरण है। बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार को दुष्कर्म पीड़िता के गांव जाकर उसकी मां और जिला महिला अस्पताल में पीड़िता से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बसपा पीड़ित परिवार के साथ है और उन्हें तत्काल न्याय मिलना चाहिए था।

डेढ़ महीने तक निषाद समाज की बेटी की आवाज नहीं सुनी गई, जब समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर दबाव बनाया, तब एफआईआर दर्ज की गई। भदरसा दुष्कर्म मामला राजनीतिक सरगर्मियों का केंद्र बन गया है। सपा, भाजपा, और बसपा के नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रियाओं और मांगों के साथ सामने आ रहे हैं। अब देखना है कि मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा मिलती है या नहीं।

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