ब्रिसबेन टेस्ट की चौथी सुबह भारत के लिए मिश्रित परिस्थितियां थीं। ऑस्ट्रेलिया ने जीत की दिशा में कदम बढ़ाए थे, लेकिन खराब मौसम के कारण खेल में काफी देरी हो गई थी। भारत ने छह विकेट 167 रन पर गंवा दिए थे और वह अभी भी मेज़बान टीम से 79 रन पीछे था। भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ा झटका केएल राहुल के रूप में लगा, जिन्होंने 84 रन बनाकर स्टीव स्मिथ द्वारा शानदार डाइविंग कैच के कारण अपना विकेट खो दिया।
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स्मिथ के शानदार कैच ने राहुल की पारी का किया अंत
दिन की शुरुआत में आसमान अपेक्षाकृत साफ था, लेकिन राहुल के लिए यह निराशाजनक था क्योंकि उन्होंने पैट कमिंस की एक वाइड, लेंथ डिलीवरी पर गलती से अपने हाथों को शरीर से दूर कर दिया। हालांकि, स्मिथ के शानदार कैच ने राहुल की पारी का अंत किया, और वह 33 रन से 84 रन तक पहुंचे। दूसरी ओर, रोहित शर्मा को कमिंस की गेंदबाजी ने परेशान किया। कमिंस ने उन्हें एक छोटी गेंद पर फंसाया और रोहित के बल्ले से गेंद ‘कीपर’ के पास चली गई।
ऑस्ट्रेलिया को लगा एक और झटका

राहुल ने अपना खेल जारी रखा और अपने शॉट्स के लिए पूरी तरह से फुल डिलीवरी को चुना, जबकि जडेजा के साथ उन्होंने 50 रन की साझेदारी की। लेकिन जब जडेजा और राहुल अच्छी स्थिति में थे, तब ल्योन की गेंद पर राहुल कट शॉट खेलते हुए स्मिथ के हाथों कैच हो गए। इसके बाद, ऑस्ट्रेलिया को एक और झटका लगा जब जोश हेज़लवुड चोटिल हो गए और सत्र के बाद मैदान से बाहर चले गए, जिससे कमिंस और ल्योन को अतिरिक्त गेंदबाजी करनी पड़ी।इस समय तक भारत का स्कोर 167/6 था, और वह ऑस्ट्रेलिया से 278 रन पीछे था।
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ऑस्ट्रेलिया का कदम बरकरार

भारत के लिए यह निराशाजनक था, खासकर KL Rahul की शानदार पारी के बावजूद, जीत की दिशा में ऑस्ट्रेलिया का कदम बरकरार के लिए। राहुल ने पैट कमिंस की एक वाइड, लेंथ डिलीवरी पर अपने हाथों को शरीर से दूर कर दिया, जिससे वह गेंद पर नियंत्रण खो बैठे और उनका कैच लपक लिया जा सकता था।
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हालांकि, स्मिथ ने इस अवसर को गंवा दिया और राहुल को बचा लिया। इसके बाद, राहुल ने अपने रात के स्कोर 33 से इजाफा किया और कुछ और रन बनाए।यह स्थिति राहुल के लिए दुर्लभ थी क्योंकि वह पहले से ही अच्छी स्थिति में थे और इस बार उन्होंने अपने शॉट्स को सही ढंग से चयनित किया, जिससे उनकी पारी में और भी अच्छे निर्णय देखने को मिले। यह एक संकेत था कि राहुल ने इस समय तक अपने खेल में सुधार किया था, हालांकि यह एक और उदाहरण था कि क्रिकेट में कैसे एक छोटी सी गलती मैच का रुख बदल सकती है।