Asian paints share price:देश की सबसे बड़ी पेंट कंपनी एशियन पेंट्स के दिसंबर तिमाही के नतीजों ने बाजार में निराशा फैला दी है। इस तिमाही में कंपनी का मुनाफा लगभग 23% घटकर 1,128 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,475 करोड़ रुपये था। इस गिरावट का प्रमुख कारण त्योहारों के दौरान कमजोर डिमांड रहा, जिसके चलते कंपनी के मुनाफे में कमी आई।
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शेयर में 5% की गिरावट

दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद एशियन पेंट्स के शेयर में काफी गिरावट आई है। आज, कंपनी के शेयर में करीब 5% की कमी आई और यह 2237 रुपये के स्तर तक गिरकर पहुंच गया। इस गिरावट के चलते निवेशकों में चिंता बनी हुई है, और कई ब्रोकरेज हाउस ने इस शेयर को लेकर अलर्ट जारी किया है।
ब्रोकरेज हाउस का बयान

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने अपने बयान में कहा कि एशियन पेंट्स का फोकस अब विभिन्न प्राइस सेगमेंट और पैकेजिंग रिवैंम के नए लॉन्च पर है। कंपनी इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए संगठित और असंगठित दोनों तरह की कंपनियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धी बने रहने की कोशिश कर रही है। हालांकि, नए खिलाड़ियों के बाजार में आने से इंडस्ट्री में मार्केट शेयर और कास्ट स्ट्रक्चर में बदलाव हो सकता है, जिसका प्रभाव एशियन पेंट्स पर भी पड़ सकता है।
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मार्जिन और वैल्यू ग्रोथ को लेकर सतर्कता

ब्रोकरेज हाउस ने एशियन पेंट्स के लिए अपने दृष्टिकोण में सतर्कता व्यक्त की है। उनका कहना है कि हम FY26 तक कंपनी के वैल्यू ग्रोथ और मार्जिन दोनों के बारे में सतर्क हैं। स्टॉक में करेक्शन होने के बावजूद, डिमांड और प्रतिस्पर्धी दबाव कंपनी की अर्निंग्स पर प्रभाव डाल सकते हैं।
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निवेशकों को क्या करना चाहिए?
अगर आपने एशियन पेंट्स के शेयर में निवेश किया है या निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो आपको ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट पर गौर करना चाहिए। कमजोर नतीजों और प्रतिस्पर्धी दबाव को देखते हुए, निवेशकों को अपनी स्थिति पर पुनः विचार करना जरूरी हो सकता है। ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट में निवेश के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, और आने वाले समय में बाजार की स्थितियों के आधार पर निवेश के निर्णय लेने की आवश्यकता है।