Arvind Kejriwal News: देश की राजधानी दिल्ली में 26 सालों बाद भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में वापसी हुई है आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त के बाद बीजेपी की ओर से जल्द नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जानी है लेकिन उससे पहले सत्ता में बीजेपी के आते ही अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़नी शुरु हो गई हैं।अरविंद केजरीवाल के शीशमहल को लेकर बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने अपनी जांच शुरु कर दी है।शीशमहल को लेकर केजरीवाल के खिलाफ पहले से जांच चल रही थी लेकिन शुरुआती जांच सामने आने के बाद अब केजरीवाल के खिलाफ विस्तृत जांच की जा रही है।
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बीजेपी के सत्ता में आते ही बढ़ी केजरीवाल की मुश्किलें

भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर सीपीडब्ल्यूडी द्वारा अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास पर फैक्चुअल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद सीवीसी ने 13 फरवरी को जांच का आदेश दिया था।14 अक्टूबर 2024 को विजेंद्र गुप्ता ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित शीशमहल की जांच की बात कही थी।
केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) करेगी शीशमहल मामले की जांच

विजेंद्र गुप्ता ने केंद्रीय सतर्कता आयोग की जांच आदेश पर कहा,दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने किसी को एक झुग्गी तक नहीं दी उन्होंने कहा,50 हजार से ज्यादा फ्लैट्स बनकर तैयार थे एक भी मकान किसी को नहीं दिया और अपने घर को शीशमहल बनाया।विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल को लेकर कहा कि,दो ऐसे मामले हैं जहां चार सरकारी संपत्तियों को मिलाकर एक सरकारी संपत्ति बना दी दूसरा सौंदर्यीकरण करके जिन्होंने अपने घर को शीशमहल को बनाया इन दोनों मामलों पर अब केंद्रीय सतर्कता आयोग जांच कर रहा है विजेंद्र गुप्ता ने कहा,आम आदमी पार्टी इससे भाग रही है उनको जवाब देना चाहिए।
चुनाव प्रचार में शीशमहल मुद्दा से बीजेपी को मिला फायदा

आपको बता दें कि,दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने शीशमहल का मुद्दा जोर-शोर से उठाया जिसका फायदा चुनाव नतीजों में बीजेपी को मिला।भाजपा के अलावा कांग्रेस की ओर से भी अरविंद केजरीवाल के ऊपर भ्रष्टाचार के जरिए कमाई हुई रकम को शीशमहल में खर्च करने का आरोप लगाया गया है।
दिल्ली में 5 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने रिकॉर्ड 48 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की है जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर जीत मिली है कांग्रेस पार्टी का खाता भी नहीं खुल सका है।चुनावी नतीजों के बाद अब सभी की नजरें बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर हालांकि पार्टी की ओर से सीएम फेस का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में 19 फरवरी को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।