Pakistan ISI: पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व चीफ फैज हमीद को हाल ही में गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अपने पद का दुरुपयोग किया है. हालांकि, यह कहानी का केवल एक पहलू है. असल में, इस गिरफ्तारी के पीछे की राजनीति काफी जटिल और गहरी है, जिसकी शुरुआत इसी साल मार्च से होती है, जब शरीफ परिवार ने एक बार फिर से पाकिस्तान की राजनीति में वापसी की.
शरीफ परिवार की वापसी और हमीद के खिलाफ जांच

बताते चले कि मार्च 2023 में पाकिस्तान (Pakistan) की राजनीति में एक बड़ा बदलाव हुआ, जब शहबाज शरीफ, जो कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई हैं, देश के प्रधानमंत्री बने. शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने के बाद, सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के आधार पर फैज हमीद के खिलाफ जांच शुरू की गई. हालांकि, फैज हमीद ने अपने रिटायरमेंट की तारीख से चार महीने पहले ही नवंबर 2022 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
नवाज शरीफ की निर्वासन की कहानी और हमीद की भूमिका
आपको बता दे कि फैज हमीद का पाकिस्तान (Pakistan) की राजनीति और अन्य विवादों से गहरा नाता रहा है. सबसे महत्वपूर्ण मामला उस समय का है जब नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रधानमंत्री पद से हटाया गया और देश से निर्वासित किया गया. इस पूरी प्रक्रिया में फैज हमीद और तत्कालीन सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है. नवाज शरीफ ने फैज हमीद के इस कदम को कभी नहीं भूला और यह बात उनके मन में हमेशा कड़वाहट के रूप में बनी रही.
फैजाबाद धरना केस और हमीद की सक्रियता

वर्ष 2017 में पाकिस्तान (Pakistan) में फैजाबाद धरना केस भी फैज हमीद के नाम से जुड़ा हुआ है. उस समय नवाज शरीफ की सरकार लगातार कमजोर हो रही थी और फिर सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ फैसला सुनाया, जिसके बाद नवाज शरीफ को देश छोड़ना पड़ा. उस वक्त नवाज शरीफ की तबीयत भी काफी खराब हो गई थी और उन्होंने लंबे समय तक लंदन में इलाज कराया.
शरीफ परिवार की रणनीति और फैज हमीद का अंत

शरीफ परिवार कभी भी फैज हमीद के इन कारनामों को नहीं भूल पाया. समय के साथ सेना और इमरान खान के बीच टकराव बढ़ा और इमरान खान की सरकार गिर गई. इस बीच, सेना के तत्कालीन नेतृत्व ने नवाज शरीफ को वापस लाने की योजना बनाई और चुनाव में उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने बड़ी सफलता हासिल की। नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बने, लेकिन नवाज शरीफ ने फैज हमीद के साथ हुए धोखे को भुला नहीं सके. जैसे ही उन्हें उचित मौका मिला, उन्होंने हमीद को गिरफ्तार कराने की योजना बनाई और इस तरह फैज हमीद की गिरफ्तारी का रास्ता साफ हुआ.
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