Flipkart Delivery Boy Murder Case: लखनऊ (Lucknow) के चिनहट इलाके में डिलीवरी बॉय (delivery boy) भरत प्रजापति (30) की हत्या के बाद साथी डिलीवरी बॉयज का गुस्सा उफान पर है। बृहस्पतिवार को फ्लिपकार्ट (Flipkart) के चिनहट स्थित वेयरहाउस के बाहर दर्जनों डिलीवरी बॉयज ने प्रदर्शन किया, अपनी सुरक्षा और साथी की हत्या के आरोपियों के लिए कड़ी सजा की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने न केवल आरोपियों को फांसी देने की मांग उठाई, बल्कि डिलीवरी बॉयज की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने का भी आह्वान किया। उनका कहना है कि डिलीवरी के दौरान उन्हें लगातार खतरों का सामना करना पड़ता है, और सुरक्षा के अभाव में उनकी जान भी जोखिम में है।
मृतक के परिवार भी प्रदर्शन में शामिल
इस विरोध प्रदर्शन में मृतक भरत प्रजापति के परिजन भी शामिल हुए। उन्होंने आक्रोशित होकर कहा कि जो हादसा उनके बेटे के साथ हुआ, वह किसी और के साथ न हो। उन्होंने सरकार और कंपनियों से मांग की कि डिलीवरी बॉयज की सुरक्षा के लिए कड़े उपाय किए जाएं ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो।
Read more: Sadhguru Isha Foundation: सद्गुरु को मिली सुप्रीम कोर्ट से राहत, ईशा फाउंडेशन की जांच पर भी लगाई रोक
फ्लिपकार्ट की पार्सल सेवा ठप
गुरुवार सुबह अचानक डिलीवरी बॉयज ने पार्सल उठाने से इनकार करते हुए काम रोक दिया, जिससे फ्लिपकार्ट (Flipkart) की पार्सल सेवा प्रभावित हो गई। चिनहट और आसपास के इलाकों में डिलीवरी सेवा ठप हो गई है। कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही घटना की जानकारी पुलिस को भी दी गई है, ताकि कानून व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।
एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरा कर चुका है सरेंडर
भरत प्रजापति की हत्या के मामले में चिनहट पुलिस ने आरोपी आकाश को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे आरोपी गजानंद ने बाराबंकी कोर्ट (Barabanki Court) में आत्मसमर्पण कर दिया है। गजानंद पहले से ही कुर्सी थाने में दर्ज एक अन्य मामले में जमानत पर था, लेकिन उसने अपनी जमानत के लिए बेल बॉन्ड नहीं भरा था। गजानंद ने बुधवार को कोर्ट में पेश होकर उसी पुराने मामले में सरेंडर कर दिया। अब पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
बाराबंकी कैसे पहुंचा गजानंद, पुलिस के पास नहीं कोई जवाब
आरोपी गजानंद के बाराबंकी पहुंचने को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। घटना के बाद वह बाराबंकी कैसे और कब पहुंचा, यह अब तक पुलिस के सामने स्पष्ट नहीं हो सका है। साथ ही, यह भी पता नहीं चल पाया है कि उसे कोर्ट में आत्मसमर्पण करने में किसने मदद की। पुलिस का मानना है कि गजानंद को रिमांड पर लेने के बाद ही इन सवालों के सही जवाब मिल पाएंगे। फिलहाल, पुलिस गजानंद से पूछताछ करने के लिए उसे रिमांड पर लेने की प्रक्रिया में है।
डिलीवरी बॉयज की सुरक्षा बनी मुख्य मुद्दा
इस घटना ने डिलीवरी बॉयज की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। डिलीवरी करते समय उन्हें आए दिन खतरों और कायो प्रकार की हिंसा का सामना करना पड़ता है। अब साथी डिलीवरी बॉयज अपनी सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग कर रहे हैं। इस पूरे मामले से जहां एक तरफ कानून व्यवस्था पर सवाल उठे हैं, वहीं दूसरी तरफ ई-कॉमर्स कंपनियों पर भी अपने कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का दबाव बढ़ गया है। इस घटना ने लखनऊ (Lucknow) में डिलीवरी बॉयज के लिए सुरक्षा मानकों को लेकर एक गंभीर बहस छेड़ दी है, और अब देखना यह है कि सरकार और संबंधित कंपनियां इन मांगों को कैसे पूरा करती हैं।