Anantnag Attack: आतंकियों से भिड़ंत में दो जवान शहीद, घायल नागरिकों के आतंकियों के संपर्क में होने का शक

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
Anantnag Attack

Anantnag Attack: बीते कुछ महीनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की घटनाएं बढ़ती जा रही है। हाल ही में दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग (Anantnag) जिले के कोकरनाग क्षेत्र में शनिवार शाम को आतंकियों से हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए। इस घटना में दो नागरिकों और चार जवानों समेत कुल छह लोग घायल हुए हैं। सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है ताकि आतंकी मौके से भाग न सकें। फिलहाल, सेना की ओर से घायल जवानों की पुष्टि की गई है और अन्य विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है।

Read more: Hindenburg Research: हिंडनबर्ग के आरोपों पर SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने किया पलटवार, कहा-बेबुनियाद और चरित्र हनन का प्रयास

आतंकियों की सूचना मिलने पर तलाशी अभियान शुरू

पुलिस ने बताया कि कोकरनाग के अहलान गडोल इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर एक बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबल नजदीक पहुंचे, छिपे हुए आतंकियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकियों को जवाबी फायर किया, जिसके परिणामस्वरूप छह जवान घायल हुए। इन घायल जवानों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान दो जवान शहीद हो गए।

Read more: Hindenburg Research का नया खुलासा, अडानी मामले में सेबी चेयरपर्सन पर लगाए गंभीर आरोप

नागरिकों की जांच जारी

सेना के अनुसार, गोलीबारी के दौरान दो नागरिक भी घायल हुए हैं। इन नागरिकों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उनका आतंकियों से कोई संबंध था या नहीं। ऑपरेशन में जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), और सीआरपीएफ के जवान शामिल हैं। मुठभेड़ की शुरुआत होते ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों को मौके पर भेजा गया और पूरे इलाके में रोशनी कर घेराबंदी की गई है ताकि आतंकियों को समाप्त किया जा सके।

Read more: Lucknow: Hotel Hyatt के पास नाले में युवक का शव मिलने से मचा हड़कंप, हत्या की आशंका

पिछले कुछ समय के घटनाक्रम

नेशनल राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस लगातार आतंकियों पर निगरानी रख रही हैं। 9 और 10 अगस्त 2024 की रात को कापरान के पूर्वी पहाड़ी क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था, जहां ये आतंकवादी छिपे हुए थे। श्रीनगर के सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादी 5 अगस्त को डोडा से किश्तवाड़ होते हुए दक्षिण कश्मीर के कापरान-गरोल क्षेत्र में दाखिल हुए थे। इस मुठभेड़ में पहले भी कई जवान बलिदान हो चुके हैं, जिसमें 15 जुलाई को डोडा में हुई मुठभेड़ भी शामिल है।

हाल ही में, आठ जुलाई को कठुआ के माछेड़ी इलाके में आतंकियों द्वारा किए गए घातक हमले में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी समेत पांच सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद भी, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कश्मीर टाइगर्स से जुड़े आतंकवादियों का कुछ पता नहीं चल पाया है। इन आतंकवादियों ने हाल ही में भारत में घुसपैठ की थी, और सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है। लगातार बढ़ते आतंकवादी हमलों के बीच, सुरक्षा बलों की तत्परता और रणनीति पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। यह घटना दर्शाती है कि क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई और सतर्कता की आवश्यकता है।

Read more: SC-ST Reservation: आरक्षण में क्रीमीलेयर! मायावती ने केंद्र सरकार को लिया आड़े हाथ

Share This Article
Exit mobile version