विधानसभा चुनाव: राजस्थान दौरे के दौरान बिजली के तारो में सटा अमित शाह का रथ…

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

केंद्रीय मंत्री अमित शाह के राजस्थान दौरे के दौरान नागौर जिले में उनका रथ बिजली की लाइन से छु गया। इससे तार टूट गया और स्पार्किंग हुई। साथ ही चिंगारियां भी निकली। लेकिन गनीमत रही कि हादसे में गृह मंत्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

विधानसभा चुनाव: राजस्थान चुनाव में बीजेपी का प्रचार अभियान जोर शोर से जारी है। इसी अभियान के तहत मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश में चुनावी रैली करने पहुंचे थे। इसी बीच नागौर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का रथ करंट की चपेट में आने से बाल-बाल बच गया। यह घटना तब हुई जब अमित शाह का काफिला एक चुनावी रैली के लिए बिदियाद गांव से परबतसर जा रहा था। वही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी।

चिंगारी के साथ टूटा तार…

कोई अप्रिय घटना तो नहीं घटी लेकिन चिंगारी के साथ तार टूटकर गिर गया। चिंगारी निकलने और तार टूटते देख रथ के पीछे की अन्य गाड़ियां तुरंत रुक गईं और बिजली काट दी गई। शाह दूसरे वाहन से परबतसर चले गए और फिर उन्होंने रैली को संबोधित किया। वह रथ में सवार होकर बिदियाद गांव से परबतसर जा रहे थे। घटना के वक्त उनका काफिला एक गली से गुजर रहा था।

Read more: अफगानिस्तान के खिलाफ मैक्सवेल ने जमाया दोहरा शतक…

प्रशासन की बड़ी चूक, जांच के आदेश…

गृहमंत्री अमित शाह की यात्रा का रूट पहले से तय था और इसकी पूरी सूचना स्थानीय प्रशासन थी। यात्रा में शाह के काफिल को लेकर लापरवाही सामने आई है। बिजली के तार ढीले थे और अधिकारियों ने रास्ते का मुआयने के बाद भी ढीले तारों को ठीक नहीं करवाया। गृहमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक सामने आने के बाद जांच के आदेश दिए गए है।

कांग्रेस पर साधा निशाना…

अमित शाह ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण दंगे हुए और इस पार्टी में दोषियों को सजा देने की भी हिम्मत नहीं है। वह नागौर के परबतसर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। शाह ने कांग्रेस पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों का अपमान करने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि वह राज्य के लोगों का कोई भला नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी का लक्ष्य अपने बेटे राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाना है जबकि राजस्थान में अशोक गहलोत अपने बेटे वैभव गहलोत को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा,‘‘ लेकिन वे अपने बेटों को “लॉंच” करने में असमर्थ हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने ‘चंद्रयान’ लॉन्च किया और चंद्रमा पर तिरंगा फहराया।”

शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह के 'कन्या पूजन' टिप्पणी पर क्यों दी अपनी प्रतिक्रिया ?

अमित शाह राजस्थान में भरे चुनावी हुंकार…

अमित शाह ने राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में कुचामन, मकराना और नागौर के परबतसर में तीन रैलियों को संबोधित किया।

Share This Article
Exit mobile version