‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की मौजूदगी के बीच Amit Shah के Assam पहुंचने पर गूंजी रामभक्तों की गूंज

Aanchal Singh
By Aanchal Singh
Union Home Minister Amit Shah | PTI

Amit Shah In Assam: 500 सालों के लंबे इंतजार के बाद 22 जनवरी को वो एतिहासिक पल होगा, जब श्री राम भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है। बस एक दिन का इंतजार और फिर सालों के लंबे संघर्ष के बाद वो शुभ घड़ी आई है, जिसका सभी को इंतजार था। देश में हर तरफ इस समय राममय माहौल है, हर तरफ रामभक्तों की गूंज सुनाई दे रही है।

read more: कब और कैसे कर सकेंगे आम श्रद्धालु 23 जनवरी से प्रभु Ramlala के दर्शन?जानिए,हर सवाल का जवाब यहां…

भगवान राम 550 साल के बुरे दौर बाद घर लौटेंगे

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की हो रही तैयारियों के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि भगवान राम 550 साल के बुरे दौर बाद घर लौटेंगे। यह भारत के लिए गर्व की बात है। असम में शनिवार (20 जनवरी) को एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्वोत्तर में शांति और विकास लाने का अभियान सफल रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री ने यहां ऑल बाथौ महासभा के 13वें त्रिवार्षिक सम्मेलन में आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीति समस्याओं से ध्यान भटकाने और सत्ता का आनंद लेने की है, जिसके कारण क्षेत्र में हजारों लोगों की मौत हुई, खासकर बोडोलैंड में।

क्या कहा अमित शाह ने ?

इसी कड़ी में उन्होंने आगे कहा कि, “जब मैं गृह मंत्री बना, तो बोडो आंदोलन चल रहा था और मैंने पूर्वोत्तर के सबसे बड़े समुदायों में से एक की समस्याओं और मांगों को समझने का प्रयास किया।” गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी इसे नए नजरिए से देखा और समस्या का समाधान किया, जिससे आज बोडोलैंड बम विस्फोटों, गोलीबारी और हिंसा से मुक्त हो गया है। शाह ने कहा कि पिछले तीन साल के दौरान बोडोलैंड में हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है और यह विकास के रास्ते पर चलकर एक नई कहानी लिख रहा है।

पासिंग आउट परेड को संबोधित किया

आपको बता दे कि इसके बाद अमित शाह सशस्त्र सीमा बल (SSB) कॉम्प्लेक्स पहुंचे, जहां उन्होंने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और फिर गुवाहाटी में असम पुलिस कमांडो के पहले बैच की पासिंग आउट परेड को संबोधित किया। इस दौरान गृहमंत्री ने दावा किया कि असम की पुलिस ने सबसे ज्यादा चुनौतियों का सामने किया है। असम पुलिस का सभी चुनौतियों से जूझने का और जीतने का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा, “आज असम पुलिस के बेड़े में 2551 नए युवा शामिल होंगे। मुझे विश्वास है कि यह युवा असम पुलिस को नई ऊर्जा और ताकत देंगे।”

read more: पहले कांग्रेस अब AAP से मोहभंग के बाद Ashok Tanwar ने थामा BJP का दामन

Share This Article
Exit mobile version