Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर के दक्षिण कश्मीर क्षेत्र में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर, जो समुद्र तल से 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, एक बार फिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है। शनिवार को 2,300 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था आधार शिविर से रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि यह जत्था दो अलग-अलग मार्गों से अमरनाथ गुफा की ओर प्रस्थान कर चुका है।
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तीर्थयात्रा की अब तक की स्थिति

38 दिनों तक चलने वाली इस पवित्र यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई 2025 को हुई थी। अब तक लगभग 3.60 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। यह यात्रा हर साल भारी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। लेकिन, हाल के दिनों में प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के पिघलने के कारण गुफा में आने वाले यात्रियों की संख्या में कुछ कमी देखी गई है।
दो मार्गों से निकला नया जत्था
बालटाल मार्ग
शनिवार को तीर्थयात्रियों का नया जत्था दो मार्गों से रवाना हुआ। जिसमें पहला मार्ग बालटाल मार्ग है। यह मार्ग गांदरबल जिले में स्थित है और 14 किलोमीटर लंबा है। यहां से पहला काफिला 34 वाहनों में 741 श्रद्धालुओं को लेकर रवाना हुआ। यह मार्ग अपेक्षाकृत छोटा और कठिन माना जाता है, परंतु तेज़ी से गुफा तक पहुंचने के लिए काफी लोग इस मार्ग को चुनते हैं।
पहलगाम मार्ग
यह मार्ग अनंतनाग जिले में स्थित है और 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक मार्ग है। दूसरा जत्था 58 वाहनों में 1,583 तीर्थयात्रियों को लेकर यहां से रवाना हुआ। यह मार्ग थोड़ा लंबा जरूर है लेकिन परंपरागत होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसी मार्ग से यात्रा करते हैं।
रक्षाबंधन पर होगी यात्रा की समाप्ति
इस साल की अमरनाथ यात्रा 9 अगस्त 2025, रक्षाबंधन के पावन अवसर पर समाप्त होगी। इसके बाद पवित्र गुफा को अगले साल तक के लिए बंद कर दिया जाएगा। यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा बल, स्वास्थ्य सुविधाएं, ट्रैफिक कंट्रोल और खाने-पीने की व्यवस्थाएं लगातार निगरानी में हैं। जिससे तीर्थयात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक
अमरनाथ यात्रा सिर्फ एक तीर्थ नहीं, बल्कि आस्था, तप, सहनशक्ति और श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है। हर साल लाखों की संख्या में लोग कठिन परिस्थितियों के बावजूद इस यात्रा को पूरा करते हैं। इस साल भी तीर्थयात्रियों में भारी उत्साह देखा जा रहा है और अगले कुछ दिनों में संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।

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