प्रशासन की मौजूदगी में खुले जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार,CM माझी ने सत्ता संभालते ही पूरा किया चुनावी वादा

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

Jagannath Temple: ओडिशा की नवनिर्वाचित बीजेपी सरकार ने पहली कैबिनेट में एक बड़ा प्रस्ताव पास किया है. नई सरकार बनते ही ओडिशा में जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खोल दिए गए है. राज्य के सीएम की मौजदूगी में मंदिर के द्वार खोले गए है. मुख्यमंत्री माझी, दोनों उप-मुख्यमंत्री, मंत्री, भाजपा सांसद सहित अन्य पार्टी नेताओं ने पहले भगवान जगन्नाथ की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और ‘मंगल अलाती’ रस्म के बाद चारों द्वारों को फिर से खोल दिया गयाय उन्होंने मंदिर परिसर की ‘परिक्रमा’ भी की.

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पहली ही कैबिनेट बैठक में बड़ा फैसला

बताते चले कि भाजपा ने चुनावी वादा किया था कि जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खोल दिए जाएंगे..और पार्टी ने पहली ही कैबिनेट बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए अपना वादा पूरा भी किया. बुधवार को शपथ ग्रहण करने के बाद ओडिशा कैबिनेट की बैठक में जगन्नाथ मंदिर के 4 द्वारों को खोलने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया था. आज सुबह प्रशासन की मौजूदगी में 4 द्वारों को खोल दिया गया है. अब श्रद्धालु चारों द्वारों से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे.

भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र के वादों में से एक

एक दिन पहले, सीएम माझी ने बताया था, ‘राज्य सरकार ने सभी मंत्रियों की उपस्थिति में जगन्नाथ पुरी के सभी चारों द्वार खोलने का फैसला लिया गया है. इससे भक्तों को चारों द्वारों से मंदिर तक पहुंचने को मिलेगा.’ माझी ने आगे कहा कि सभी मंदिरों के द्वार खोलना भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र के वादों में से एक था. द्वार बंद होने के कारण भक्तों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

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कोरोना काल से ही बंद थे मंदिर के द्वार

आपको बता दे कि बीजू जनता दल की सरकार ने कोविड-19 महामारी के बाद से मंदिर के चारों द्वार बंद कर रखे थे.ऐसे में श्रद्धालु केवल एक द्वार से ही प्रवेश कर सकते थे और मंदिर के सभी द्वार खोलने की लगातार मांग की जा रही थी. सीएम माझी ने कहा कि मंदिर के संरक्षण के लिए मंत्रिमंडल ने 500 करोड़ रुपये का एक कोष स्थापित करने का निर्णय लिया है. बता दे कि बुधवार की रात को ही मुख्यमंत्री माझी पुरी के लिए रवाना हो गए थे. रातभर तीर्थनगरी में गुजारने के बाद आज सुबह उनकी मौजूदगी में जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खोले गए.

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