Ranji Trophy 2025: मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) इन दिनों बेहतरीन फॉर्म में हैं, जो भारतीय टीम से बाहर होने के बावजूद लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में रहाणे ने सबसे ज्यादा रन बनाए थे। हालांकि, वह विजय हजारे ट्रॉफी में नहीं खेल पाए थे, लेकिन अब रणजी ट्रॉफी में उन्होंने शतक ठोक दिया है। मेघालय के खिलाफ ग्रुप राउंड के आखिरी मैच में रहाणे नर्वस नाइंटीज का शिकार हो गए थे, लेकिन क्वार्टर फाइनल की दूसरी पारी में उन्होंने शतक की मदद से अपनी टीम की उम्मीदों को जीवित रखा।
रहाणे का 41वां शतक और बेहतरीन पारी

मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में शानदार शतक बनाया। उन्होंने 165 गेंदों पर शतक पूरा किया और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 108 रनों की पारी खेली। मैच के चौथे दिन पहले सेशन में वह पवेलियन लौटे। रहाणे ने अपनी 180 गेंदों की पारी में 13 चौके लगाए, जो फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका 41वां शतक है। इसके साथ ही उनकी 59 अर्धशतक भी हो चुके हैं। इस शानदार पारी के दौरान रहाणे ने सूर्यकुमार यादव के साथ चौथे विकेट के लिए 129 रन और शिवम दुबे के साथ पांचवे विकेट के लिए 85 रन जोड़े।
तीन बार शतक से चूके

अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) बार-बार शतक के करीब जाकर चूक जाते थे। पिछले छह मैचों में वह तीन बार 90 और 99 के बीच आउट हो चुके थे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में आंध्रा के खिलाफ वह 95 रन बनाकर आउट हुए थे, फिर सेमीफाइनल में बड़ौदा के खिलाफ 98 रन बनाए थे। मेघालय के खिलाफ रणजी मैच में भी वह 96 रनों पर आउट हो गए थे। हालांकि, अब रहाणे ने अपने सभी नर्वस नाइंटीज को पीछे छोड़ते हुए शतक बना दिया है, जो उनकी मानसिक मजबूती को दर्शाता है।
मुंबई की रणजी ट्रॉफी में संघर्ष और उम्मीदें

मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए हरियाणा के सामने 454 रनों का लक्ष्य है। पहले पारी में 113 रनों पर 7 विकेट खोने के बाद भी मुंबई की टीम ने 315 रन तक पहुंचने का संघर्ष किया। तनुश कोटियान ने 97 और शम्स मुलानी ने 91 रन बनाए। जवाब में हरियाणा का स्कोर एक समय 257 रनों पर 4 विकेट था, लेकिन बाद में उनकी पारी 301 रनों पर सिमट गई। अपनी दूसरी पारी में मुंबई ने 339 रन बनाए और सेमीफाइनल के लिए संघर्ष कर रही है।
अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) का फॉर्म में लौटना मुंबई के लिए बहुत बड़ी राहत की बात है, खासकर रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जहां उनकी बल्लेबाजी अहम साबित हो सकती है। उनकी पारी और टीम के सामूहिक प्रयास ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। अब सभी की नजरें हैं कि क्या मुंबई अपनी संघर्षपूर्ण स्थिति से बाहर निकलकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बना पाएगी।
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