Air India Plane Crash: गुजरात आतंकवाद-निरोधक दस्ते (ATS) को अहमदाबाद में हुए भीषण बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान हादसे की जांच में बड़ी सफलता हाथ लगी है। एटीएस और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे सघन तलाशी अभियान के दौरान हादसे के स्थल से डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR), जिसे आमतौर पर ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, बरामद कर लिया गया है। यह ब्लैक बॉक्स विमान की दुर्घटना की असली वजह जानने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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विमान के मलबे के बीच मिला ब्लैक बॉक्स
गुजरात एटीएस द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, DFDR को मेडिकल कॉलेज परिसर के उस हिस्से से खोजा गया, जहां विमान का अधिकांश मलबा बिखरा हुआ था। अत्यंत संवेदनशील और सुरक्षित तरीके से ब्लैक बॉक्स को बरामद कर इसे जांच एजेंसियों को सौंप दिया गया है। ब्लैक बॉक्स आमतौर पर विमान के पिछले हिस्से में फिट होता है और यह विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर भी सुरक्षित रहने के लिए डिजाइन किया गया होता है।
क्या है DFDR और क्यों है यह इतना अहम?
DFDR यानी डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर एक ऐसा यंत्र है जो विमान की उड़ान के दौरान हर पल की जानकारी रिकॉर्ड करता है। इसमें विमान की ऊंचाई, गति, इंजन की स्थिति, पायलट के कमांड, और अन्य तकनीकी संकेत लगातार दर्ज होते रहते हैं। जब कोई विमान हादसे का शिकार होता है, तो DFDR से मिली जानकारी से यह समझा जा सकता है कि दुर्घटना से ठीक पहले विमान की स्थिति क्या थी, और पायलटों द्वारा लिए गए फैसले किस प्रकार के थे।
हर सेकंड का डेटा खोलेगा हादसे के रहस्य
विशेषज्ञों के अनुसार, DFDR में दर्ज हर सेकंड की जानकारी जांच एजेंसियों को यह जानने में मदद करेगी कि हादसे से पहले विमान में कौन-कौन से यांत्रिक या मानवीय कारक सक्रिय थे। इससे यह भी स्पष्ट होगा कि किसी बाहरी हस्तक्षेप, खराब मौसम या तकनीकी खराबी के कारण विमान क्रैश हुआ या किसी अन्य वजह से। DFDR की सहायता से अब जांच दल हादसे की टाइमलाइन को दोबारा रीकंस्ट्रक्ट कर सकेगा।
जांच एजेंसियां अब डेटा विश्लेषण की तैयारी में
ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद अब इसे विश्लेषण के लिए एएआईबी (Aircraft Accident Investigation Bureau) और डीजीसीए (DGCA) की तकनीकी टीमों को सौंपा जाएगा। वहां पर DFDR का डेटा डाउनलोड कर उसकी गहन समीक्षा की जाएगी। अनुमान है कि इस प्रक्रिया में कुछ दिन लग सकते हैं, लेकिन यह विमान हादसे की असली वजह उजागर करने में निर्णायक साबित होगा।