आगरा संवाददाता: ज़ीशान अहमद
Agra: पुलिस के द्वारा करोड़ों की जमीन को कब्जा दिलाने के मामले में पुलिस कमिश्नर अब एक्शन में आ गए है। पहले चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। अब मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमे कमल चौधरी, धीरू चौधरी, तत्कालीन एसओ जगदीशपुरा जितेंद्र कुमार, चार अन्य पुलिस कर्मी और 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिन लोगो की जमीन थी, उसको वापस कब्जा दिलवा दिया गया है।
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शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस
बता दे कि आगरा के जगदीशपुरा पुलिस पर चार बीघा जमीन पर पैसे लेकर अन्य व्यक्ति का कब्जा करवा दिया गया था। जिन लोगो का पहले से कब्जा था, उनको पुलिस ने झूठे मुकदमे लगा कर जेल भेज दिया था। जिसमे गांजा का मुकदमा और अवैध शराब की फैक्ट्री का मुकदमा लिखा गया था। पीड़ित परिवार के चार लोगो को झूठे मुकदमे में फसा कर जेल भेजने का आरोप पुलिस पर लगा था, जिसमे दो महिलाएं और दो पुरुष थे। जब पीड़ित ने शिकायत लखनऊ में डीजीपी कार्यालय में की तो पुलिस हरकत में आई।
किन धाराओं में मुकदमा दर्ज?
आगरा पुलिस कमिश्नर डॉक्टर प्रतिंदर सिंह के आदेश पर तत्कालीन एसओ जगदीशपुरा जितेंद्र कुमार सहित चार पुलिस वालो को सस्पेंड कर दिया था। अब इस पूरे मामले में पुलिस कमिश्नर में प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच में कमल चौधरी उसका बेटा धीरू चौधरी, तत्कालीन एसओ और तीन अन्य पुलिस कर्मियों के नाम आए है। जिनके खिलाफ 147,148,149,447,448,120B, 467,395,506 धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
एक एसआईटी टीम का गठन
इस मामले में 15 अज्ञात लोगो के खिलाफ भी करवाई होगी। साथ ही साथ एक एसआईटी टीम का गठन किया गया है। जिसकी मॉनिटरिंग डीसीपी सिटी सूरज राय करेंगे। एसआईटी की जांच में जो भी दोषी होगा, उस पर भी इस मामले में कार्यवाही की जाएगी। आबकारी विभाग का इंवॉल्व्ड भी इस मामले के देखने को मिला है। जिसकी रिपोर्ट बना कर जिलाधिकारी को सौंपी गई है। पुलिस गांजा का फर्जी मुकदमा लिखा है या नही, अगर लिखा है तो गांजा कहा से आया, इस पर भी जांच जारी है। अगर इसमें भी कोई संलिप्तता पुलिस।की होती है, एक और मुकदमा अलग से लिखा जायेगा।
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