Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में जंगली जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। भेड़िए, तेंदुए, बाघ और सियार जैसे जानवर दिन-प्रतिदिन लोगों को अपनी शिकार बना रहे हैं। पिछले 19 महीनों में तेंदुए ने 25 लोगों की जान ले ली है और कई लोगों को गंभीर रूप से घायल भी किया है। इसी बीच, बिजनौर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक तेंदुआ सरकारी प्राथमिक विद्यालय के परिसर में घुस गया और वहां दहशत का माहौल बना दिया।
Read more: Tax reduction on onion: मोदी सरकार का बड़ा फैसला! प्याज और बासमती चावल पर टैक्स में कमी
तेंदुए का स्कूल में घुसा
बीते शुक्रवार को इस्सोपुर प्राथमिक विद्यालय में एक अप्रत्याशित घटना घटी। भारी बारिश के कारण स्कूल के बच्चों की छुट्टी थी, लेकिन सभी शिक्षक स्कूल में मौजूद थे। अचानक, तेंदुए की दहाड़ सुनकर शिक्षकों और कर्मचारियों के होश उड़ गए। प्रधानाचार्या सीमा राजपूत ने बताया कि सभी स्टाफ ने जल्दी से एक क्लासरूम में जाकर दरवाजा बंद कर लिया। तेंदुआ दरवाजे को अपने पंजों से खोलने की कोशिश कर रहा था, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई।
ग्रामीणों की मदद से तेंदुआ जंगल की ओर भगाया
स्कूल की रसोइया ने जैसे ही तेंदुए के बारे में ग्रामीणों को सूचना दी, उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। इस शोर से घबराया तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। गनीमत रही कि स्कूल परिसर में किसी प्रकार का हादसा नहीं हुआ। ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेन्द्र कुमार ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वन विभाग से बातचीत कर छात्रों और स्कूल के कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इस प्रकार की घटनाएं न केवल स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय हैं, बल्कि यह सरकारी प्रबंधन के लिए भी एक चुनौती है। जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक से निपटने के लिए प्रभावी उपायों की आवश्यकता है।
Read more: Delhi Rain: राजधानी दिल्ली में बारिश का कहर, रेलवे अंडरपास के जलभराव में डूबी कार, दो की मौत
यूपी में पहले से भेड़ियों का आतंक

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों के हमलों से स्थानीय निवासियों में भारी दहशत फैल गई है। पिछले दो महीनों से भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। वन विभाग ने अब तक पांच भेड़ियों को पकड़ लिया है, लेकिन प्रशासन अब भी छठे ‘हत्यारे’ भेड़िए की तलाश में जुटा हुआ है, जो रात के समय लोगों को निशाना बना रहा है। इस आतंक के चलते गांव के 9 लोग जान गंवा चुके हैं और 50 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।आशंका जताई जा रही है कि अब केवल एक भेड़िया ही सक्रिय है जो लोगों को अपना शिकार बना रहा है, जबकि अन्य सभी भेड़ियों को वन विभाग की टीम ने पकड़ा है।
Read more: Gujarat में बड़ा हादसा! गणपति विसर्जन के दौरान मेशवो नदी में डूबे 8 लोग