दिल्ली में हादसे के बाद Lucknow के कोचिंग सेंटरों पर कसा शिकंजा, LDA ने की सख्त कार्रवाई अवैध बेसमेंट सील

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
लखनऊ में कोचिंग सेंटरों पर कसा शिकंजा

Lucknow News: नई दिल्ली में बेसमेंट में बने कोचिंग सेंटर में पानी भरने से तीन विद्यार्थियों की मौत के बाद लखनऊ (Lucknow) में भी प्रशासन सख्त हो गया है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने मंगलवार को 107 प्रतिष्ठानों की जांच की, जिसमें 20 अवैध बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटरों और लाइब्रेरियों को सील कर दिया गया। एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि इन प्रतिष्ठानों के मालिकों और संचालकों से मानचित्र और निर्माण आदेश के दस्तावेज पेश करने को कहा गया था। दस्तावेज न दिखाने पर यह कार्रवाई की गई। यह अभियान बुधवार और बृहस्पतिवार को भी जारी रहेगा।

Read more: Ismail Haniya Murder: 24 घंटों में इजराइल ने अपने दो बड़े दुश्मनों को मार गिराया, बेरूत में किया हिजबुल्लाह के कमांडर का खात्मा

इन पर कसा शिकंजा

मानकों के विपरीत बेसमेंट के निर्माण और कोचिंग संचालन की जांच का जिम्मा जोन-1 में सचिव विवेक श्रीवास्तव, जोन-2 और 3 में अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा, जोन-4 और 5 में संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह और जोन-6 और 7 में मुख्य नगर नियोजक केके गौतम को सौंपा गया है। प्रवर्तन जोन-4 की टीम ने अलीगंज में सात प्रतिष्ठानों को सील किया। इनमें स्कॉलर हब लाइब्रेरी, साइलेंस जोन लाइब्रेरी, प्रयास को, लाइब्रेरी, लक्ष्य लाइब्रेरी, स्टार लाइब्रेरी, द स्टडी प्वाइंट लाइब्रेरी और विजन आईएएस लाइब्रेरी शामिल हैं। ये सभी प्रतिष्ठान मानक के विपरीत बने बेसमेंट में चल रहे थे। प्रवर्तन जोन-1 की टीम ने गोमतीनगर के विराज खंड स्थित एलेन कोचिंग सेंटर और विभव खंड में एजुकेयर इंस्टीट्यूट को सील किया।

Read more: Kerala Wayanad Landslide: मौत का आंकड़ा 167 पहुंचा, रेस्क्यू में जुटे बचावकर्मी, CM ने बचाव अभियान को लेकर की मीटिंग

अवैध निर्माण पर नकेल

लखनऊ में अवैध बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटरों और लाइब्रेरी पर कार्रवाई शुरू हुई है। हालांकि, शहर में करीब 2000 अवैध बेसमेंट वाली इमारतों पर कार्रवाई कब होगी, यह सवाल अब भी बना हुआ है। एलडीए के मुताबिक, नक्शा स्वीकृत कराए बिना और पास कराए नक्शे के सापेक्ष निर्माण न करना अवैध की श्रेणी में आता है। हजरतगंज, अमीनाबाद, तेलीबाग, चौक, आलमबाग और गोमतीनगर की इन अवैध इमारतों में पार्किंग की जगह बेसमेंट बनाकर कमाई की जा रही है।

Read more: Maharashtra News: एंटीलिया बम कांड के आरोपी प्रदीप शर्मा की पत्नी स्वीकृति शर्मा शिवसेना में होंगी शामिल

अधिकारियों की जिम्मेदारी

एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि इमारतों में स्वीकृत बेसमेंट का बेजा इस्तेमाल हो रहा है। किसी ने इसे स्टोर के रूप में स्वीकृत कराया, पर कोचिंग सेंटर खोल दिया। प्रवर्तन इकाई के सहायक अभियंता और अवर अभियंता पर अवैध निर्माण पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी होती है। अगर उन्होंने समय पर कार्रवाई की होती तो मनमाने तरीके से खोदाई कर बेसमेंट नहीं बनाए जा पाते।

Read more: Lakhimpur Kheri में बाढ़ का कहर जारी, शारदा नदी का जलस्तर बढ़ा, कई गांव बने टापू

विद्यार्थियों की परेशानी

एलडीए की कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई का खामियाजा यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। विद्यार्थियों का कहना है कि प्राधिकरण ने आनन-फानन में बिना उनकी समस्या देखे यह फैसला ले लिया। अलीगंज की कोचिंग से इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे मऊ के वैभव जायसवाल के मुताबिक, ये संस्थान काफी समय से चल रहे हैं। एलडीए ने अभी तक इनके मानक नहीं परखे। अब अचानक इन्हें सील कर दिया गया है। यह भी नहीं सोचा कि अब हम कहां जाकर तैयारी करेंगे? हमारी फीस का क्या होगा?

Read more: Lebanon और Israel के बीच छिड़ सकती है जंग! नेतन्याहू की कड़ी चेतावनी; “हिजबुल्लाह को चुकानी होगी भारी कीमत”

विद्यार्थियों ने जतायी चिंता

गोरखपुर निवासी श्रेया रघुवंशी के मुताबिक, “सेलेक्शन के आधार पर लखनऊ की कोचिंग का चयन किया था। हम पढ़ाई संबंधी गुणवत्ता को देखते हैं। भवन संबंधी मानक देखना जिनकी जिम्मेदारी है, वे इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।” विद्यार्थियों की यह चिंता जायज है, क्योंकि उनकी शिक्षा और भविष्य दांव पर है। प्रशासन को चाहिए कि वह विद्यार्थियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उचित समाधान निकाले और कोचिंग सेंटरों की मानक जांच में पारदर्शिता बरते।
नई दिल्ली में हुए हादसे के बाद लखनऊ में कोचिंग सेंटरों पर सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। हालांकि, यह कार्रवाई सही दिशा में है, लेकिन इसे संतुलित और विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए करना आवश्यक है। प्रशासन को अवैध निर्माण पर नकेल कसते हुए, विद्यार्थियों की शिक्षा और भविष्य को भी सुरक्षित रखना चाहिए।

Read more: Delhi Coaching Centre: अखिलेश यादव ने मृतकों के परिजनों के लिए की 1 करोड़ मुआवजे की मांग, ओम बिरला को लिखा पत्र

Share This Article
Exit mobile version