Input – Muskan
uppolitics : पूर्वांचल से अपने चुनावी एजेंडे को धार देने के बाद भाजपा का ध्यान अब अवध क्षेत्र पर है. जहां पर लोकसभा की 16 सीटें है. जहां की कमान खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने हाथों में थामी हुई है. जिसके लिए जेपी नड्डा श्रावस्ती दौरे से अवध के चुनावी संग्राम का आगाज़ करेंगे. लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनज़र जेपी नड्डा का दौरा काफी अहम माना जा रहा है.
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अवध में जेपी नड्डा भरेंगे हुंकार
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14 जुलाई को श्रावस्ती दौरे पर आए बीजेपी अध्यक्ष की प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक भी प्रस्तावित है. बैठक में नड्डा पदाधिकारियों को जीत का मंत्र देंगे. इससे पहले 27 जून का पिछला कार्यक्रम स्थगित हो गया था. जेपी नड्डा 14 जुलाई को श्रावस्ती में जनसभा कर अवध की 16 सीटों को साधेंगे. पूर्वांचल में पीए नरेंद्र मोदी चुनावी अभियान को धार दे चुके हैं. अब बीजेपी का फोकस अवध की तीन हारी हुई सीटों पर ज्यादा है. अवध की तीन लोकसभा सीटों पर विपक्षी पार्टियों का कब्जा है. बीजेपी श्रावस्ती, अम्बेडकरनगर और रायबरेली की सीटों को पाले में करना चाहती है.
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अवध की तीन हारी हुई सीटों पर नज़र
बता दें कि श्रावस्ती और अम्बेडकरनगर की सीट बसपा के पास है और रायबरेली में कांग्रेस का कब्जा है. हारी हुई तीनों सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी ने दो साल पहले रणनीति तैयार कर ली थी. केंद्रीय मंत्री मैदान में उतरकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं. माना जा रहा है कि जेपी नड्डा श्रावस्ती में लोकसभा चुनाव के लिए नया प्रयोग कर सकते हैं. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य तय कर रखा है.
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अवध की तीन सीटों बीजेपी के लक्ष्य को भेदने में मददगार साबित होंगी. जानकारों का कहना है कि जल्द ही इन सीटों पर प्रदेश के मंत्रियों और पदाधिकारियों के प्रवास तय कर दिए जाएंगे। इसके बाद कुछ और बड़े नेताओं की जनसभा तय की जाएगी। चुनाव की घोषणा से पहले बीजेपी की रणनीति एक-एक घर तक अपनी बात पहुंचा देने की है