LoKsabha Election 2024: हमारे देश में 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव की शुरुआत हो चुकी है.देश को आजादी मिले भी 50 साल से ज्यादा का लंबा वक्त हो चला है लेकिन क्या आपको पता है आज भी हमारे देश में एक ऐसा गांव है जहां साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पहली बार लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.जी हां ये खबर बिल्कुल सच है कि,2024 से पहले यहां किसी ने कभी वोट नहीं डाला था इसके पीछ इनकी किसी राजनीतिक दल से नाराजगी या विरोध नहीं है बल्कि ये गांव पूरी तरह से नक्सलवादियों से घिरा है जहां किसी को वोट डालने का कल तक अधिकार नहीं था।
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पहली बार किया लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल
हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के नक्सलवादी इलाके बस्तर के चांदामेटा गांव की जहां आजादी के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव में लोगों ने वोट डाला है.नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले बस्तर में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 162 महिलाओं समेत 325 रजिस्टर्ड मतदातओं ने पहली बार लोकसभा उम्मीदवार चुनने के लिए मतदान किया।बताया जा रहा है कि,बस्तर के चांदामोटा में सुरक्षाकर्मियों द्वारा एक शिविर स्थापित करने से वहां निवासियों को अपनी सुरक्षा का भरोसा मिला.19 अप्रैल को जब पहले चरण के लिए मतदान हो रहा था तो लोग बिना किसी डर के अपने-अपने घरों से अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए निकले।
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सुरक्षाबलों की भारी संख्या में हुआ मतदान
आपको बता दें कि,छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थित इस गांव में सुरक्षाबलों की भारी संख्या में तैनाती की गई थी.इस दौरान चांदामेटा गांव के साथ-साथ कुछ अन्य गांव के लोगों ने भी मतदान में हिस्सा लेकर अपनी उंगलियों पर पहली बार चुनाव की स्याही लगवाई.हालांकि यहां पर मतदान दोपहर 3 बजे ही समाप्त हो गया.इस दौरान यहां ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में चुनाव अधिकारी वोटिंग के बाद ईवीएम को ले जाते दिखाई दिए।
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बिना किसी डर के पहली बार डाला वोट
पहली बार हुए मतदान को लेकर बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज ने बताया कि,राज्य के 11 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से बस्तर एक मात्र ऐसा क्षेत्र था जहां शुक्रवार को पहले चरण का मतदान हुआ.उन्होंने बताया पहली बार ये मौका है जब बस्तर में भी लोगों ने बिना किसी डर के और आत्मविश्वास के साथ मतदान केंद्रों तक पहुंचकर मतदान किया।