Adani Green Energy Share: अडानी ग्रुप की कंपनी Adani Green Energy Ltd ने अपने आईपीओ के बाद निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। कंपनी के शेयर 2018 में केवल 28 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए थे। इसके बाद कंपनी के शेयरों ने बहुत तेजी से रफ्तार पकड़ी और अप्रैल 2022 में यह शेयर 3045 रुपये तक पहुंचे, जो इसका अब तक का ऑल टाइम हाई है। इस प्रकार, कंपनी के शेयर ने लिस्टिंग के सिर्फ चार साल में अपने निवेशकों को 15085% का रिटर्न दिया।
शेयर की वर्तमान स्थिति और गिरावट

हालांकि, पिछले एक साल में Adani Green Energy के शेयरों में 57% की गिरावट देखी गई है। बुधवार, 12 मार्च 2025 को कंपनी के शेयर 810.50 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं। फिलहाल, कंपनी का मार्केट कैप 1.28 लाख करोड़ रुपये है, और शेयर का पीई रेश्यो 102.70 पर बना हुआ है। इन हालात में, हालांकि गिरावट का सामना किया गया है, फिर भी निवेशक इस शेयर से उम्मीदें लगाए हुए हैं।
52 वीक लो और कोविड के असर की बात
अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर फरवरी 2025 में 758 रुपये के 52 हफ्ते के लो लेवल पर पहुंचे थे। कोविड के पीक टाइम यानी मार्च 2020 में भी इस स्टॉक में ज्यादा गिरावट नहीं आई थी। पहले साल के बाद, शेयरों में कुछ गिरावट आई थी, लेकिन वह मामूली थी और बाद में शेयरों ने फिर से वापसी की। निवेशकों ने इस दौरान बहुत कम प्रॉफिट बुक किया, और स्टॉक ऊपरी स्तर पर कंसोलिडेट होता रहा।
अप्रैल 2022 में ऐतिहासिक तेजी और बाद की गिरावट

अप्रैल 2022 में अडानी ग्रीन के शेयरों में ऐतिहासिक तेजी आई, जब यह 3045 रुपये के ऑल टाइम हाई तक पहुंचे। इसके बाद, मई 2022 में प्रॉफिट बुकिंग की वजह से स्टॉक में 33% की गिरावट आई। लेकिन इसके बाद सितंबर 2022 तक शेयर में 15% की रिकवरी देखने को मिली। हालांकि, इसके बाद एक और प्रॉफिट बुकिंग आई, और स्टॉक फरवरी 2023 तक 2576 रुपये से घटकर 500 रुपये के आसपास आ गया।
स्टॉक में कंसोलिडेशन और भविष्य की उम्मीदें
हालांकि, इस दौरान स्टॉक में कंसोलिडेशन देखा गया और जुलाई 2024 तक यह 2100 रुपये के पार चला गया। इस कंसोलिडेशन के बाद, अडानी ग्रीन ने दो मल्टीबैगर रिटर्न निवेशकों को दिए। इसके बाद बाज़ार में गिरावट हुई और अडानी ग्रीन का स्टॉक फिर से 800 रुपये के नीचे आ गया। फिलहाल, यह स्टॉक 810 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहा है। हालांकि गिरावट के बावजूद, स्टॉक ने लंबी अवधि में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है और भविष्य में भी इसमें उछाल की उम्मीद जताई जा रही है।

अडानी ग्रीन एनर्जी ने अपने निवेशकों को चार साल में भारी रिटर्न दिया है, लेकिन हालिया गिरावट ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है। निवेशकों के लिए यह स्टॉक एक मल्टीबैगर साबित हो सकता है, लेकिन किसी भी प्रकार की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए उन्हें सतर्क रहना चाहिए।