भीषण गर्मी के बीच राहत भरी खबर,जल्द ही मानसून पकड़ेगा रफ्तार..होगी झमाझम बारिश

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

Weather Update: पश्चिम से आने वाली हवाओं ने वास्तविकता में मौसम को दो तरह से प्रभावित किया हुआ है. पहली बात, उत्तर भारत के कई राज्यों में गर्मी का प्रभाव महसूस हो रहा है, जबकि दूसरी ओर मानसून के रास्ते को भी रोक रखा गया है. बंगाल की खाड़ी में चालू हुए ‘रेमल’ चक्रवात से मानसून को बड़ी ही गति मिली थी, लेकिन इसकी गति अब लगभग थम गई है. यह चक्रवाती तूफान मानसून के प्रवाह को प्रभावित करता है, जिससे मानसून की गति और प्रक्रिया में विघटना होती है. इससे मौसम पूर्वी भारतीय राज्यों में अनियमितता और विपरीत प्रभाव को भी महसूस हो सकता है.

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मानसून की गति में सुधार होने की संभावना

मानसून की गति में सुधार होने की संभावना

बताते चले कि मौमस विभाग ने के अनुसार 10 जून के बाद मानसून आगे नहीं बढ़ा है.जहां का तहां ही है. लेकिन राहत भरी बात यह है कि फिलहाल अनुकूल स्थितियां बनने लगी हैं. पश्चिमी शाखा सक्रिय रह रही है, जो अच्छी मौसम की उम्मीद दिला रही है. आगामी चार-पांच दिनों में मानसून की गति में सुधार होने की संभावना है.बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी शाखा की सुस्ती के कारण, गुजरात और राजस्थान के कुछ इलाकों समेत दक्षिणी राज्यों में अच्छी मानसूनी बारिश हो रही है. यह पश्चिमी शाखा द्वारा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अच्छी खबर है. इसके विपरीत, बंगाल की खाड़ी वाली शाखा की सुस्ती से देश की औसत वर्षा पर व्यापक असर पड़ा है, जो कि मौसम की पूरी व्याख्या में महत्वपूर्ण है.

दक्षिणी राज्यों में अत्यधिक बारिश हो रही

आईएमडी के अनुसार, देश में समग्र रूप से अभी तक नौ प्रतिशत कम बारिश हुई है. शुरू में कहा गया था कि पूरे वर्ष औसत से छह प्रतिशत तक ज्यादा बारिश होगी, लेकिन वर्तमान में यह अनुमान साकार नहीं हुआ है. दक्षिणी राज्यों में वर्तमान में अत्यधिक वर्षा हो रही है, जो औसत से 50 प्रतिशत अधिक है. इसके विपरीत, उत्तर-पश्चिमी हिस्से में 57 प्रतिशत और उत्तर-पूर्व में 30 प्रतिशत कम वर्षा हुई है. यह स्थिति देशव्यापी मौसम की असमानता को दर्शाती है, जहां कुछ क्षेत्रों में वर्षा की कमी है और कुछ में अधिकता है.

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इन राज्यों में बारिश के आसार

आईएमडी के अनुसार, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश, पश्चिमी बंगाल, और पूर्वी बिहार के कुछ हिस्सों में दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल होने लगी हैं. इसका मतलब है कि इन क्षेत्रों में मानसून की गति और वर्षा में सुधार की संभावना है. चार-पांच दिनों में बंगाल, सिक्किम, और पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है. इस दौरान, पूर्वी मानसून की गति भी तेजी से पकड़ सकती है और बिहार-झारखंड से उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ सकती है। यह तबादला मानसून के विभिन्न दलों के आगमन को संकेत देता है, जो क्षेत्रीय वर्षा पैटर्न में बदलाव ला सकते हैं.

IMD ने हीट वेव की चेतावनी जारी की

आईएमडी ने दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में आगामी चार से पांच दिनों तक हीट वेव (लू) की स्थिति रहने की चेतावनी जारी की है. इसका मतलब है कि ये क्षेत्र गर्मी के कारण अत्यधिक गर्म हो सकते हैं, जिसे हीट वेव के रूप में जाना जाता है. पश्चिमी हवाओं के जारी रहने से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को प्रचंड गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. इन राज्यों के कुछ हिस्सों में 18 जून तक, और झारखंड और बिहार में 15 जून तक लू की स्थिति रह सकती है. यह चेतावनी लोगों को गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है, जैसे कि पानी पीना, थंडे जल स्नान करना, और धूप से बचने के उपाय लेना.

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कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम ?

आपको बता दे कि,स्काइमेट का मानना है कि पश्चिमी हवाओं की गति तेज है, जो बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आ रही पूर्वी हवाओं को उत्तर-पश्चिम में आगे बढ़ने नहीं दे रही है. हवा की दिशा जब बदलेगी तभी मानसून आगे बढ़ेगा. मानसून एक बार जब गति पकड़ लेगा तो फिर तेजी से आगे बढ़ेगा. इस महीने के अंत तक दिल्ली, हरियाणा एवं पश्चिमी यूपी तक पहुंच सकता है.

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