Cyber Fraud का नया तरीका आया सामने,Fake Voicemail से स्कैमर्स लोगो को कर रहे टारगेट

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

Cyber Fraud By Fake Voicemail: स्कैमर्स लोगों को फंसाने के लिए तरह-तरह के तरीके खोजते रहते है. जिससे की लोगों को टारगेट कर के उनसे ठगी कर सके. पहले तो आपने किसी लिंक या मैसेज के जरिए ही स्कैम के बारे में सुना होगा लेकिन अब एक नए स्कैम का पर्दाफाश हुआ है. जिसमें स्कैमर्स यूजर्स को वॉयसमेल और QR कोड के जरिए टार्गेट करते है. मिली कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक स्कैमर्स ने पिछले 14 दिनों में इस तरह के 1000 हमले किए है.चेक पॉइंट Harmony Email ने इस साइबर अटैक के बारें मे जानकारी दी है.

read more: राजकोट के मैदान पर Ravindra Jadeja का जमकर चला बल्ला,स्टार ऑलराउंडर की लिस्ट में बनाई अपनी जगह

कंपनी ने Hackread से शेयर की जानकारी

आपको बता दे कि इस बात की जानकारी कंपनी ने Hackread से शेयर की है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया है कि साइबर क्रिमिनल्स कॉर्पोरेट फोन सिस्टम से जुड़े हुए ईमेल में मैलिसियस लिंक वॉयसमेल प्लेबैक में एम्बेड करके टार्गेट कर रहे हैं. अगर इसको आसान भाषा में कहें, तो हैकर्स लोगों को टार्गेट करने के लिए वॉयस नोट वाला ईमेल कर रहे हैं. हालांकि, ईमेल में कोई वॉयस नोट नहीं बल्कि एक मैलिसिसय लिंक है, जिसे वॉयस नोट में एम्बेड किया गया है.

स्कैमर्स नई ट्रिक्स का कर रहे इस्तेमाल

आए दिन स्कैम से जुड़े मामले सामने आते है. लोगों को फंसाने के लिए स्कैमर्स इस तरह की ट्रिक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे यूजर्स इन वॉयसमेल को असली समझकर उस मैलिसियस लिंक पर क्लिक कर दें. आगे कंपनी ने बताया है कि पिछले 14 दिनों में इस तरह से 1000 ईमेल्स हैकर्स ने भेजे हैं. इस तरह के स्कैम में हैकर्स सोशल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल करते हैं.

लोगों को फंसाने का बिछा रहे जाल

बताते चले कि स्कैमर्स कंडिशनल राउटिंग QR कोड्स भेजते हैं, जो कि डिवाइस पर बेस्ड होता है और किसी भी एंड यूजर को टार्गेट करता है. स्कैमर्स ने जो ईमेल भेजा था, वो देखने में पेमेंट प्रोसेसर सर्विस Square का लगता है. लेकिन, असल में ये एक तरह का जाल है, जिसमें लोग फंस जाते है. इस नाम का इस्तेमाल सिर्फ लोगों को फंसाने के लिए किया गया है.

वही इसके अलावा ईमेल की सब्जेक्ट लाइन में एक फोन नंबर मौजूद है, जो गूगल सर्च करने पर सही पाया गया है. इस ईमेल में एक MP3 प्लेयर भी है, जिसमें वॉयसमेल मौजूद है. इस पर क्लिक करते ही यूजर्स क्रेडेंशियल हार्वेस्टिंग पेज पर पहुंच जाते हैं. हालांकि, इस तरह के स्कैम में यूजर्स का क्लिक करना जरूरी है.

खुद को बचाने के लिए करें ये काम

इसलिए आपको बहुत ही ज्यादा सावधानी बरते की जरुरत है. अगर आप इस तरह के मेल पर क्लिक नहीं करेंगे, तो आप स्कैम से खुद को बचा सकते है और आपको कोई नुकसान भी नहीं पहुंचेगा. बता दे कि यूजर्स इन ईमेल्स के जरिए अपने अटैक का तरीका भी तय करते हैं. अगर यूजर्स इस तरह के जाल में फंस जाते हैं, तो वे अलग-अलग ब्रांड के नाम से ऐसे ईमेल भेजते हैं.

अगर यूजर्स इसमें नहीं फंसते हैं, तो स्कैमर्स फिशिंग का नया तरीका खोजते हैं. इस तरह के किसी भी स्कैम से बचने का सबसे आसान तरीका अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करना है. जीरो-क्लिक वल्नेरेबिलिटी खोजना बहुत मुश्किल काम है. ऐसे में लोगों को फंसाने के लिए स्कैमर्स ऐसे तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें फंसकर यूजर्स लिंक पर क्लिक कर दें.

read more: Farmers Protest: किसानों का सड़क पर उतरने के बाद अब सोशल मीडिया पर कूच की तैयारी,क्या है पूरा प्लान?

Share This Article
Exit mobile version